छोटी बहन पर शायरी यानि जिसका नाम लेते ही एक शैतान सी गुड़िया और नटखट चेहरे की याद आती है जो अपनी प्यार भरी बातों से मन को मोह लेती है।

घर भर की लाडली बिटिया बड़ी बहन और भाई के गले का हार बन अपनी सारी ज़िद पूरी करवा ही लेती है।आइए मिलते है इनसे|

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|छोटी बहन के birthday पर शानदार शायरी|

छोटी बहन पर शायरी

छोटी बहन पर शायरी में है रवानी,जिसमे झगड़े भी,प्यार भी,बस ऐसी ही होती है छोटी बहन की कहानी

छोटी बहन के लिए बेहतरीन कविताएँ।63 प्यार भरी रचनाएँ

1)दिल के एक कोने में जो बसी होती एक दीवानी

नाम है उसका छोटी बहन प्यारी सी बहुत मस्तानी।

 

2)मेरे दिल का है टुकड़ा,मेरी ही है हूबहू कार्बन कापी

जो मैं करू बस करे वो भी,प्यार से देती जादू की झप्पी।

 

3)एक छोटी सी बहन दे दो न प्रभु,ऐसा मैंने माँगा था,माँ ने था बताया

उसके नन्हें नन्हें हाथों को देख मैं थी हर्शायी,ऐसा प्यार था मैंने जताया।

 

4)निस्वार्थ प्रेम का है एक अनमोल प्यारा रिश्ता

अलग अलग रहते ताउम्र,प्यार सदा पर आपस में है खिलता।

 

5)हर बात पर मुझ से लड़ती है,ख़ूब झगड़ती है 

छोटी बहन हैं न पर मुझे वो ही सबसे ज़्यादा समझती है।

 

6)काश!मेरे पास ही रहे, ऐसी खुदा से दुआ करता हूँ

ससुराल चली जाएगी बस रहे ख़ुश,यही रोज़ कहा करता हूँ।

 

7)चाहे कितना भी कर ले,मुझ से झगड़ा मेरी जान है

छोटी बहन है न रखती होंठों पर,प्यारी सी मुस्कान है।

 

8)माँ जीवन में नियमानुसार,हम से पहले हमें छोड़ जाती है

ये होती है छोटी बहन,जो जीवनपर्यन्त तक साथ सदा निभाती है।

 

9)छोटी बहन का प्रेम भाई के लिए,सदा दिल में आदर लिए होता है

भाई भी उसमें माँ का रूप देख,बहुत सम्मान उसे हमेशा देता है।

 

10)रक्षा बंधन पर वो उफ़्फ़! छोटी बहन का भाई से इस बात पर रुठना

गिफ़्ट बड़ा सा चाहिए ,मिलता है न,भाई नहीं चाहता उसका दिल तोड़ना।

 

11)छोटी बहन के संग होते हैं, बड़े भाई के रिश्ते कुछ ख़ास

विदाई पर सिसकी भरी रूलाई,कराती इस प्यार का सबको अहसास।

 

12)दुआ भी फीकी हो जाती है, जिस घर में एक छोटी बहन होती है

ख़तरे को भाँप क्यूँकि वो ले भाई की बलैय्या,अपने ऊपर ले लेती है।

 

13)मुझे भूख नहीं कह अक्सर,छोटी बहन अपनी करती है बहुत मनमानी

जानते है सब ये,क्या चाहिए तुमको,पूरी करते भाई गुड़िया है ,करने दो नादानी।

 

14)रिश्तों में अक्सर कई बार,हो जाती है बेवजह दूरियाँ

छोटी बहनों से ही नहीं होती, किसी की भी ये मजबूरियाँ।

 

15)यूँ निर्मल अविरल,आबशॉर की पवित्र धार सी बहना

दुआ है भाई की,मेरी छोटी गुड़िया,सदा तुम ख़ुश रहना।

 

16)जीवन में जब-जब मुसीबत में,कोई भी भाई अकेला खड़ा होता है

संग काँधे पर एक छोटी बहन का,हिम्मत भरा हाथ रखा होता है।

 

17)सारी दुनिया से अकेली,अपने भाई के लिए लड़ लेती है

दौलत ही नहीं अपनी जान की बाज़ी भी,हँस कर दाँव पर लगा देती है।

 

18)छोटी बहन के बिना दिखता,बड़ा सा आँगन भी बहुत सूना-सूना

पाँव पड़ते ही उसके चहक-चहक जाता,घर का हर एक कोना-कोना।

 

19)मेरी प्यारी सी गुड़िया है,मेरी छोटी बहन है मेरी शान

तेरे लिए कर दूँगा हँस कर,सारे जहाँ की ख़ुशियाँ भी क़ुर्बान| 

 

20)भाई बहन जीवन का है होता, सबसे प्यारा रिश्ता

एक दूजे के बन मित्र,रखते भरोसा सबसे न्यारा रिश्ता।

 

21)छोटी बहन हो जब घर में आसपास,लगता मौसम सुहाना

याद आते है फिर वो ही पल,दूर जब चली जाती बसाने अपना आशियाना।

 

22)जब तक छोटी बहन न रूठे,भला भाई को भी चैन कहाँ है आता

हाथ के पीछे छिपा तोहफ़ा दिखा-दिखा कर ख़ूब उसे है चिढ़ाता।

 

23)बादल की हल्की सी फुहार पर, छोटी बहन का ज़ोर ज़ोर से मस्ती भरा गाना

बस बड़ी बहन भी न रहती पीछे,गाए सुर में सुर मिला के मल्हार का सुंदर गाना।

 

24)गुलाबी लहंगा पहन, लगा फ़ूल अपने बालों में लगती सुंदर परी

बगिया में हर ओर सब पौधों की छँटा भी, दिखती ज़्यादा हरी-भरी।

 

25)बीतते वक़्त के साथ कभी कभी, कमज़ोर हो जाती रिश्तों की लड़ियाँ 

छोटी बहनें प्यार से हरदम बांधे रखती, भाई भाभी से जोड़े नाज़ुक कड़ियाँ|

 

छोटी बहन पर बेहतरीन रचनाएँ

 

26)माँ की डाँट से बचने को छोटी बहन, मेरे पीछे आ छुप जाती है

ओह माँ!ये गड़बड़ तो मुझ से हुई,बड़ी बहन सारी ज़िम्मेदारी ख़ुद ले लेती है।

 

27)घर में हुई छन्न की आवाज़,छोटी बहन से यानि गया कुछ आज टूट

माँ की आँखें देख लाल,भीगी बिल्ली सी छुप जाती,अब मिल सब रहे उसे ढूँढ।

 

28)देख!छोटी जब तुम हो जाती हो चुप,नहीं हो यूँ झगड़ती

अच्छा सा नहीं लगता,ये बात तुम क्यूँ नहीं हो समझती।

 

29)अँधेरे से छोटी बहन है जब डरती,भाई है ख़ूब चिढ़ाते

दूजे पल फिर हाथ पकड़,वहाँ से बाहर भी है ख़ुद लाते।

 

30)भोर की उज्ज्वल किरणों सी है, मेरी छोटी बहन दमकती

घर में रोशनी है छाई रहती, जब वो इधर उधर है ख़ूब मचलती।

 

31)ये नदियाँ की अविरल बहती धार,मुझे अपनी छोटी बहन है लगती सी 

इठलाती सी कभी लिए लहरों की चंचलता सी,अपनी धुन में गाती जाती सी।

 

32)यूँ बहुत कोमल हृदय है,मेरी नन्हीं सी छोटी बहन

इरादे है फ़ौलादी रखती,ग़लत बात नहीं करती बिल्कुल सहन।

 

33)ख़ुशक़िस्मत होते है वो घर सदा,जहाँ भाई बहन है मिल कर रहते 

दुनिया से जीत जाते हैं हर जंग,क्यूँकि संग-संग है मिल सामना करते।

 

34)देख भाई के माथे पर पड़ी, चिंता की गहरी लकीरें ज्यों 

छोटी बहन बन माँ जैसे, पोछें अपने दुप्पटे से प्यार से त्यों।

 

35)परेशानी का दौर भी गुज़र जाता है बस ऐसे ही

छोटी बहन का प्यार निकाल देता हल चुटकी में ही।

 

36)एक ऐसा रिश्ता है भाई से छोटी बहन का 

है जिसमें रहता हमेशा ही अदब क़ायदा स्नेह का।

 

37)जिसकी हैं आँखें रहतीं चंचल सी और छुरी सी तीखी ज़ुबान

भाई को कैसे बोला कुछ,लो अब भुगतो,ये हैं मेरी छोटी बहन की पहचान।

 

38)छोटी बहन यूँ तो बहुत भोली भाली होती है

सलाह देने में बाप रे!सबकी दादी अम्मा होती है।

 

39)घर में छुपा कर रखी सारी चाकले, जो चुपचाप खा के भोली सूरत बनाए

होती है छोटी बहन,जानते हुए भी भाई रोज़ रोज़ फिर से वही बात दोहराए।

 

40)माँ की लाडली और पापा की प्यारी परी होती है

     सच में छोटी बहन दुनिया में सबसे न्यारी होती है।

 

41)घर भर का रखे बहुत ख़्याल कहते प्यार से,छोटी बहन को सिस्टर

देर से आते भाई की आँखों में डाल आँखें,बिन कहे पूछती कहाँ थे मिस्टर।

 

42)जन्म के साथी अपने कर्मों के अनुसार, सुख दुःख से जीवन बिताते हैं

छोटी बहन को दुखी देख भाई भी, ग़म से उसे निकालने की कोशिश करते हैं।

 

43)सबसे बड़ी दोस्त और उसकी दोस्ती रहती एकदम पक्कम-पक्की

छोटी बहन से हो सकता है मनमुटाव,प्यार में नहीं होती कोई कमी,बात एकदम सच्ची।

 

44)यूँ हर रिश्ते में कुछ न कुछ,स्वार्थ का अंश भी हुआ करता है

छोटी बहन से मगर निस्वार्थ प्यार ही,हर भाई के मन में बसा होता है।

 

45)छोटी बहन है मेरी बहुत समझदार,करती हूँ उस पर नाज़

भले ही रहती मुझ से बहुत दूर देश,बना रहता उसका सुंदर अहसास।

 

46)जन्म पर छोटी बहन के थी बहुत ख़ुश,सोच कर कहेगा कोई मुझे अब दीदी

ताउम्र कोई तो होगा जिसे दूँ आवाज़,दौड़ी आए बिन सोचे,बात है उलटी या सीधी।

 

47)भाई के पाकेट को अधिकार से,जब चाहे खोल देख जो सकता है

छोटी बहन ही है वो शख़्स,भला और कौन ये करने की हिम्मत कर सकता है।

 

48)पहले परेशान है करती,फिर ख़ुद रो-रो कर सबको है बुलाती 

उफ़्फ़!ये छोटी बहन पल में तौला पल में माशा,न जाने क्या क्या है करती।

 

49)चली जाऊँगी छोड़ धमकी देती छोटी बहन,एक दिन तुम्हारा अँगना

सच में ससुराल जाने के बाद याद आती,बहुत तुम्हारी ओ प्यारी बहन कंगना।

 

50)हर जन्मदिन पर सबसे ज़्यादा छोटी बहन ही है लाड लड़ाती

ख़ुद लाए छोटा सा गिफ़्ट पर रिटर्न गिफ़्ट बड़े की फ़रमाइश ख़ूब बताती।

 

बहन के लिए दुआ शायरी।

 

51)बचपन से आगे तक छोटी बहन का साथ,हमेशा रहता है बना

भाई बहन का रिश्ता है,बहुत नमकीन सा तो कभी मीठा हुआ

मनमुटाव भी होते रहते है, दोनो के बीच बीच में अक्सर

जब ज़रूरत पड़े तो सब एक तरफ़,दोनो करते मुक़ाबला फिर मिल कर|

 

52)हर वक़्त हर घड़ी बस जब देखो,धमा चौकड़ी करती है

न जाने कितने जन्मों के उधार, मुझ पर हमेशा बनाए रखती है

हिसाब किताब में यूँ तो सोचो, थोड़ी कच्ची सी दिखती है

छोटी बहन हैं न,अपने प्यार को दिखाने का यही प्यारा अन्दाज़ रखती है।

 

53)फूलों में गुलाब जैसी महक की तासीर सी है 

ख़ुश्बू-ए-रूह जैसी तबियत उसकी सदा बेनज़ीर सी है

उसकी खिलखिलाहट जैसे तितली की उड़ान जैसी है

छोटी बहन मुझे दुनिया की सबसे प्यारी परी सी लगती है।

 

54)बात बात पर चुटकी लेना, उसकी आदत दिखती है

चुपके से चाकलेट निकाल खाने पर, अधिकार रखती है

मजाल है कोई उसे किसी बात पर, कुछ कह के तो देखे

पर देख मुझे उदास ख़ुद फिर, ज़ार-ज़ार-ज़ोर से रो देती है।

 

55)भाई बहनों से ही घर दिखते है, हमेशा ख़ुशहाल और आबाद

कुछ समय बाद हो जाते,अलग-अलग अपनी-अपनी शादी के बाद

तीज त्योहारों पर जब सब का, आना जाना हुआ करता  है

छोटी बहनों के चेहरे पर कुछ ज़्यादा, प्यारा याराना हुआ करता है| 

 

56)बाग़ों-बहारॉ में फूल खिलते, बेहद ख़ूबसूरत तरह तरह के

माली संवारता प्यार की खाद डाल कर और  कितने जतन से 

छोटी बहनें को नफ़ासत व नज़ाकत के साथ रखते, यूँ तो बहुत सहज कर

दुनिया का कर सकती हैं मुक़ाबला,एक बहादुर  वीरांगना बन कर।

 

57)बस चले जो छोटी बहन का तो, हर दिन मनाएगी वो अपना जन्मदिन

ढेर सारे तोहफ़े वो भी कौन से होंगे,कह देती आ चुपके से कान में गिनगिन 

अब जब से है अपनी ससुराल में,कोई कुछ भी फ़रमाइश करती ही नहीं

आप मिलने आए हो बस इससे बड़ा कोई तोहफ़ा अब मुझे चाहिए भी नहीं।

 

58)हर बात में लड़ना झगड़ना, याद बहुत आता है

रात में छत पर होती, अंताक्षरी का खेल तड़पाता है

केक मुझे ज़्यादा चाहिए,आवाज़ सुनने को तरसता हूँ अब

भाई पकड़ो तो,वो छप्पन-छुपाई का दौर बचपन में लौट जाता है।

 

59)चलो आज सुनाते है तुम सब को, एक सच्ची व सुंदर कहानी

एक घर में था एक भाई और उसकी छोटी बहन नाम था सुहानी

किलकारियों से गूँजता था हर कोना क्यूँकि ख़ुशियाँ थी वहाँ रूहानी

काश!ऐसा हो हर आशियाना जहाँ प्रेम करने वाला हो भाई और प्यारी बहना रानी।

 

60)विदा करके भाई को हर कोने में दिखती,हमेशा अपनी गुड़िया रानी

बचपन में कैसे कूद कर बैठती थी साईकिल पर, जैसे हो कोई महारानी

गृहकार्य का आधा काम कराके मुझ से,स्टार मिलने पर इतराती जैसे हो पटरानी

तनख़्वाह पहली रख मेरे चरणों पर,सिर झुका हाथ जोड़ बनी फिर गुड़िया रानी।

 

61)चोट मेरी देख छोटी बहन बहाती नीर बेहिसाब

मंदिर में ईश्वर से माँगे मेरी लम्बी उम्र की अरदास

रात रात भर सिरहाने बैठी करती प्रभु से ख़ूब दुआएँ

नाज़ मुझे ख़ुद पर है हर घर में बस ऐसी ही बहना आएँ।

 

62)माँ की मूरत सी ममता भी, रखती बिल्कुल वैसी ही

डाँट लगाती नक़ली,पर प्यार दिखाती एकदम असली ही 

छोटी है मुझ से उम्र में,रौब दिखाए, जैसे हो घर भर की दादी अम्मा

जिद मनवाती कभी प्यार से कभी नीर बहा,उफ़्फ़! तौबा मेरी मम्मा।

 

63)मिलिए आज एक नन्ही मुन्नी खट्टी मीठी पुड़ियाँ से

भोली सी सूरत पर गोल गोल आँखें घूमाती गुड़िया से

दिल से तो है बहुत ही मासूम नाम है उसका छोटी बहन

हरफ़नमौला उसकी नादानियाँ हो जाती खुदबखुद सहन|

 

छोटी बहन पर शायरी की इन चुलबुली मीठी यादों से भरपूर कविताओं में आपको भी अपनी छोटी बहन के लिए प्यार भरी रचनाएँ ज़रूर पसंद आयी होंगी।

भला कौन कौन सी!! Comment box में बताइएगा ज़रूर!!