जिगरी यार पर शायरी लिखना यानि अपने उस दोस्त के लिए है जो हमारे दिल में बसा होता है| जीवन में हर व्यक्ति का कोई न कोई एक जिगरी यार होता ही है| जीवन का सफर बेहद सुकून और सुहाना हो जाता है जब जिगरी यार साथ हो|

ज़माने की चाल में बहुत तेजी आई है|रिश्तों में मिलावट और स्वार्थ की भावना भी देखने को मिलती है|जिगरी यार में ऐसा क्या है जो दुनिया में हर कोई चाहता है कि उसे भी ऐसे दोस्त का साथ मिले,तो इसे ईश्वर का सर्वोत्तम उपहार ही कहा जाएगा|

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जिगरी यार पर शायरी

जिगरी यार पर शायरी यानि आपके दिल के राजदार की होने वाली है बातें ढेर सा

Best जिगरी यार quotes| 75 बेहद उम्दा रचनाएँ

1)यार दिलदार है मेरा,कहे सब जिगरी यार

बादे-सबा सा महकता,लिए प्यार बेशुमार|

(बादे-सबा=सुबह की हवा)

 

2)ख्वाबों में भी जो,अपनी याद दिलाए

जिगरी यार तो, बस वो ही कहलाए|

 

3)फिजाओं में आते ही,खुशबू फैल जाए

जीवन में जिगरी यार,बन के महक जाए|

 

4)बुरे वक्त में ही, पता चल  है पाता

जिगरी यार ही, सबसे पहले है आता|

 

5)खुदा की है, यही बड़ी मेहरबानी

जिगरी यार के रूप में,है निगारबानी|

 

6)यार कहे दिलदार कहे या बोले जिगरी यार

मन को सुकून मिलता ही नहीं,बिन देखे एक बार|

 

7)ख़ुशी के पलों में तो,सब ही है होते साथी

जिगरी यार की दोस्ती मगर,वक्त पर काम आती|

 

8))जिगरी यार होते उसूल के पक्के

कुछ भी हो जाए दिल से रहते अच्छे|

 

9)जिन्दगी जब हंसाये और कम सताए

मतलब जिगरी यार की यारी,दिल को भाए|

 

10)जिन्दगी है तो होंगी हीं चिंताए

दोस्त जिगरी हैं,तो कहाँ हैं चिंताएं|

 

11)चेहरे पढ़ने में है होते, बहुत ही माहिर

जिगरी यार हैं न,होते हैं मन के जादूगर|

 

12)खुदा की इससे बड़ी, क्या होगी इनायत

जिगरी यार दे,की कबूल मेरी दिली इबादत|

 

13)सब लोग बुरे हों, ऐसा नहीं होता

दोस्त गैर हों, ऐसा भी कभी नहीं होता|

 

14)जिगरी यार हैं होते,बड़े ही कमाल

नाराज भी हैं होते,प्यार उनका है जमाल|

(जमाल=सुंदर)

 

15)सुख दुःख के है, साथी अनमोल

जिगरी यार है होते, बहुत ही बेमोल|

 

जिगरी यार status

 

16)शब्द कम पड़ जाते है,करूँ जो यार की तारीफ

न जाने किस मिटटी के हैं बने होते,सदा रहते आरिफ|

(आरिफ=दयालु|

 

17)पैसे देने में थोड़ी कंजूसी की,खुदा ने

पर दौलत जिगरी यार की दी,उसी खुदा ने|

 

18)याद हैं आज तक, वो हसीं मंजर

बूंदों में बहते अश्रुओं को,पोंछतें यार बढ़ कर||

 

19)कुछ दिनों की दूरी भी,करती दिल को बैचैन 

जिगरी यारी इसे ही कहते,मिल कर ही आए चैन||

 

20)गुलाबों जैसी महक, रहती है संग-संग

जिगरी यार काँटों को हैं चुन लेते,हरदम|

 

21)यूँ दोस्ती निभाने का,नहीं होता कोई उसूल

बस दिल में चाहत बनी रहें,बाकि सब फिजूल|

 

22)जो दोस्त परिवार का,अहम हिस्सा जब बन जाए

जिगरी यार बन,हर सलाह में हिस्सेदार वो बन जाए|

 

23)सब है मानते नहीं आती,हमें दुनियादारी

चुक जाएँ जहाँ,जिगरी यार ले लेते हैं जिम्मेदारी|

 

24)खुशनुमा बहुत बन जाते है, पल पल प्रतिपल

जिगरी यार मिलते है जब,छोड़ सबको उस पल|

 

25)मिलते ही जिगरी यार के,सब लगता है बेकार

बस समां सा बन जाता है,खुद ही बहुत शानदार|

 

26)जीवन के कठोर क्षण लेते हैं इम्तिहान जब कभी

जिगरी यार संग हो,तो अव्वल नंबर में होते पास तभी|

 

27)एक अकेला ही है काफी, मेरा जिगरी यार

पड़ता भारी, दहलीज पर दिखे गर भारी बोछार|

 

28)यूँ बेमतलब जिगरी यार की,चर्चा से बचती हूँ

नज़र न लगे ज़माने की,थोड़ा-थोड़ा सा डरती भी हूँ|

 

29)जो मुश्किल राह से,सही सलामत ले आए

मेरी निगाहों में तो वो ही, जिगरी यार कहलाए|

 

30)मौका मिलते ही जब-तब मुझ से,लड़ भी जाता है

देख उदास फिर हर संभव,कोशिश कर फिर हंसाता है|

 

दोस्ती निभाने वाली शायरी

 

31)यूँ किसी के रूठने की,नहीं करता परवाह

जिगरी यार गर हो नाराज,नहीं होता बेपरवाह|

 

32)शिकायतों की थी, एक लम्बी चौड़ी फेहरिस्त

जिगरी यार के सुंदर तोहफे से,ख़त्म हुई सब शिकायत|

 

33)जिगरी यार हो इतने बेशकीमती,जैसे जहीर

दाम कोई दे ही नहीं सकता,नहीं कोई ऐसा अमीर

( जहीर=उज्जवल,मददगार)

 

34)जीने के सुंदर निराले से, अंदाज़ अपनाइए

कभी कभार यार दोस्तों की,बात भी मान जाइए|

 

35)वफ़ा का नाम दूजा,एक ही शख्स कहलाता है

दिल की बातें खुद जान ले,जिगरी यार बन जाता है|

 

36)जिन्दगी में जब चाहिए,एक नया सुकून

जिगरी यार भरते है रहते,एक नया जूनून|

 

37)जीवन में सहज, तो कुछ भी नहीं होता

जिगरी यार हो संग, तो मुश्किल भी नहीं होता|

 

38)पुरानी आदतों के साये से, निकलना होगा

दोस्त हो जब जिगरी,ख्याल उनका रखना होगा|

 

39)घर में उसे भी मिल गया, एक भाई का दर्जा

जिगरी यार शायद उतारने आया,कोई पिछला कर्जा|

 

40)जीवन में नए बदलाव को, लाना जरुरी है

दोस्त जिगरी रहे ताउम्र वहीँ,यह ख्याल जरुरी है|

 

41)एक बेहतर इन्सान बनने का,हुनर सिखाया यार ने

जिन्दगी जीने का सही अंदाज़ भी, सिखाया मुझे उसने|

 

42)यूँ चुप-चुप से ना रहो,रखा करो खुद को व्यस्त

जिगरी यार की हर बात में, होता है अंदाज़ मस्त|

 

43)जिन्दगी लगती कठिन,है मन में गर असंतोष

जिगरी यार है न पास,मानों मिला हुआ है परितोष|

 

44)फलक को छूने,बन पाता हूँ ज्यों परवाज

जिगरी यार संग लगी है,उड़ने की शर्त जो आज|

 

45)हर नया दिन संग साथ,एक विचार नया लाता है

दोस्त जिगरी हो,आसमां छूने को मन ललचाता है|

 

hindi कविताएँ जिगरी यार के लिए

 

46)अनसुलझे प्रश्न अनेक,समाधान दे जिगरी यार

विचारों के मंथन में,अमृत पान कराए,बार-बार|

 

47)दोस्त जिगरी हो, तो हर बात में है उमंग

हर पल हर लम्हा, मानों बजे जैसे मीठी सरगम|

 

48)ग्रन्थ-शास्त्र न पढ़े कभी,जाना न जीवन ज्ञान

दोस्त घनिष्ठ है साथ मेरे,देते रहते समयोचित ज्ञान|

 

49)जीवन को  नए ढंग से,जीने की देते है दोस्त  प्रेरणा

जब राह न सूझे कोई,बन मशाल,सुझाते सद्प्रेरणा|

 

50)मिल जाये गर जीवन में,किसी को सच्चे दोस्त

दुख  भागे दूर से ही,रहते सभी एकदम मस्त।

 

51)कसरते-ग़म में भी दिखे ग़र,अधरों पर मुस्कान

समझ लीजिए दोस्त जिगरी हैं,लिए अपनी पहचान।

(कसरते-गम =दुःख की अधिकता)

 

52)दोस्ती को हमारे याद करेगा,यह सारा जमाना

सदियाँ बीत जाएगी,बनेगा प्यारा सुंदर अफ़साना।

 

53)उस एक पल में दिल भी,हो जाता है कुछ ख़फ़ा

सुन बात जब,जिगरी दोस्त हो रहा हो हम से अब जुदा।

 

54)भरोसा और नाज का दूजा नाम है,जिगरी यार

अहसास कराता स्पेशल सदा,लुटाये बहुत सारा प्यार।

 

55)दिल के बाद सिर्फ़ जिगरी दोस्त ही,

है होता असली हमराज़

झूठ कैसे कोई बोल है सकता,

पकड़ लेते है वो तो  हर राज।

 

जिगरी दोस्त के लिए बेहतरीन कोट्स

 

56)दर्दे दिल जब हद से ज़्यादा बढ़,

लाइलाज बन जाए

जिगरी यार ही उसे अपनी मीठी बातों से,

कम कर पाए।

 

57)दोस्ती में जान नहीं सही सलाह,

वक्त रहते है देनी ज़रूरी

नाम दोस्तों का बिगाड़ने में,

ना गिना जाए इस बारी।

 

58)गहरे अँधेरें में भी दें,

एक परछाई सा हमेशा साथ

ये होते हैं जिगरी यार,

मुसीबत में न छोड़े कभी हाथ।

 

59)गहन तमस् में जुगनू की चमक,

संग बनाये रहते हैं

जिगरी यार होते वहीं,

जो सदा साथ बनाये रहते हैं।

 

60)जिगरी दोस्त संग होता महसूस,

शक्ति का अहसास

दूजे को प्रेम दे पायेंगे तभी,

जब खुद से करेंगे दिली संवाद|

 

61)स्वयं को पहचानों पहले

सीख बुजुर्ग सयाने दे गए थे

जिगरी यार से सुन ठीक वैसे ही

उम्मीदें हुई परवाज,लगा ऐसे ही|

 

62)अपनी बोली और अपनी भाषा की,

बात अलग होती है

जिनके पास हैं जिगरी दोस्त,

उनकी जिन्दगी भी नायब होती है|

 

63)डिजिटल दुनिया की गिरफ्त में,

बंधे सब देख नज़ारा

दिल को तो भाए असली दुनिया का,

अपना दोस्त प्यारा|

 

64)जब मौन हो शब्द,

चिंतित मन हो जाए

जिगरी यार के मुखर हो नयन,

दिल की बात समझ जाए|

 

65)कानों में मिसरी घुलती,

फिजायें महक-महक जाए

दिल की धड़कन पर जिगरी यार,

लिपि अपनी लिख जाए|

 

अटूट दोस्त के लिए खास शायरी

 

66)दिल के कोरे कागज़ पर

छपे है यूँ तो अनेक नाम

बात गर जिगरी दोस्त की पूछे कोई

सबसे ऊपर लिखा है उसी का नाम|

 

67)जिगरी यार शब्द में ही है सुनती

छुपी हुई सी एक सुरों की मधुर लय

मानों बसंत से पहले ही छा गई हो जैसे

तपती धूप में महकती सुगंधित मलय|

 

68)आँखों में देख वीरानी दोस्त की

जिगरी यार के नयन अश्रु भी जाते भीग

सपनें संजोये-संजोयें उम्र न बीते ऐसे

जतन पूरे लगाते,नहीं टटने देते प्रीत|

 

69)वक्त वक्त की तो बात है

बेवक्त सही पहचान करता है

जिगरी यार सिर्फ एक महज नाम नहीं

बुरे वक्त को सुंदर समय बनांता है|

 

70)अश्रु बिंदु झलक से जाते अक्सर

देख विपत्ति जैसे पहाड़ समान

गिरधर से बन आ जाते निकल कहीं से

चुटकियों में करे समस्या का निदान|

 

71)मन हो जाता है जब उदास और परेशान

जिगरी यार कहते हंस के,उठ ले भाई महान

दुनिया की कौन सी मुसीबत है ऐसी आ गई

हमारे रहते संग क्या ले गई तुम्हारी मुस्कान|

 

 

72)जिन्दगी की है कैसी, यह अजीब विडंबना

करती कभी पास तो कभी फेल,नहीं कोई संवेदना

तकनीक और ज्ञान का मेल, होना चाहिए सुन भाई

नहीं चार दिन की,सच में है लम्बी,रख मन में सांत्वना|

 

 

73)टूटे हृदय को, एक कोमल स्पर्श चाहिए

कान्हा की मुरली सी, मीठी वाली तान चाहिए

जीवन का सफर बने सरल,श्रेष्ठ और सुहाना

ऐसे मन को समझने वाला जिगरी यार चाहिए|

 

74)स्नेहपान को जब, तरसे नयन

दर्द ढूंढे दवा जो दे, हकीम बन कर

लाइलाज बीमारी पल भर में, छूमंतर हो गई

मीठी बोली जिगरी यार की,असर तुरंत कर गई|

 

75)शब्दावली में नहीं मिला, ऐसा भाव

न ग्रंथों में कोई है ऐसा, लिखित प्रमाण

प्रकृति की कड़ी परीक्षा में भी, न जाने कैसे

निकल है लाते जिगरी यार,अजब-गज़ब समाधान|

जिगरी यार पर शायरी लिखते हुए बीते लम्हें,दोस्तों  के साथ वो बेफिक्र अन्दाज़ याद आते हैं,लुभाते मन को बहुत,यादों में समाँ जाते हैं।

आपके लिये ही जिगरी मित्र पर शायरी के नाम से यह ब्लॉग लिखा है|।पढ़िए और Comment Box में अपनी राय भी दीजिए।