नटखट बहन पर शायरी यानि एक परियों के देश से आयी,घूमती हुई नाजुक सी ख़ूबसूरत शैतान गुड़िया की बातें होगी अब खूब सारी|

घर भर की रौनक और नन्हीं थानेदार जैसी हैसियत रखने वाली चुलबुली बहन के लिए कुछ निराले अंदाज़ कविता के रूप में लिखे हैं|

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|बहन की प्यारी मुस्कान पर शायरी|

नटखट बहन पर शायरी

नटखट बहन पर शायरी,कोमल अहसास जगाती कविताएँ बहुत सारी

शैतान गुड़िया पर गुदगुदाती रचनाएँ।63 दिल को छूनेवाली कविताएँ

1)

नाक में कर दे दम,कहलाती नटखट बहना

गोल गोल आँखें घूमा कर,नाचे सारे अंगना।

 

2)

निस्वार्थ और निच्छल भावों से है भरी

नटखट बहन ओह! बस है प्यारी बड़ी।

 

3)

अदब-क़ायदे की,मिसाल वह कहलाती है

नटखट बहन तौर-तरीक़े भी,खूब संभालती है।

4)

अन्दाज़ उसके बड़े ही मस्ताने

नटखट बहन के क्या है कहने।

 

5)दो बहनों की जोड़ी,सुंदर और न्यारी है

सहेली बनती कभी,बड़े दिलवाली है।

❣️👭❣️

 

6)

मुश्किल हालातों से,निकाल लाएँ

नटखटपन में,चुटकी बजा हसाएँ।

7)

माना है वो बस,आफ़त की ही पुड़िया

नटखट मेरी बहन,मेरी प्यारी सी गुड़िया।

8)

दोस्त बन साथ -साथ,बहन नज़र आए

नटखटपन से मगर,तौबा बाज न आए।

9)

बहुत ही ज़्यादा सताती है,कभी कभी

बहन है नटखट न,पिटवाया अभी अभी।

10)

सुन ओ !मेरी स्वीट सी नटखट बहना

क्यूँ हो गुमसुम,क्या है तुम्हें कहना।

11)

घर में जब सन्नाटा हरओर,नज़र आता है

नटखट शैतान सोई होगी,समझ आता है।

12)

दिल की बातें बिन कहे,जो समझ जाती हैं

सच पूछो वो ही,नटखट बहन कहलाती है।

13)

वो ख़ुश्बू-ए-रूह लिए,बहुत पाक-साफ़ है

नटखट बहन हमारी,लिए ख़ास अहसास है।

❤️

बहन के लिये दुआ शायरी

14)

हाँ!वो मेरी बहन है,कुछ ज़्यादा ही नटखट

लड़ना झगड़ना होगा न! होगी थोड़ी खटपट।

 

15)

नटखट बहन और हो नाराज़,न भई न

खुश रहे सदा,करते प्रयास, हाँ भई हाँ।

 

16)

घर अपने आने का,देती हर बार निमंत्रण

देख भाई को बन जाती,नटखट वही बहन।

 

17)

भाई के सुख दुख की है,वो हिस्सेदार

नटखटपन में भी झलकें,बहन का प्यार।

 

18)

रिश्तों में एक कोमल अहसास,जगाती है

नटखटपन बहन,जीने के गुर सिखाती है।

 

19)

नटखट बहन के देख तेवर,घबरा सा गया

सख़्त भी हो सकती है,सोच में पड़ सा गया।

 

20)

सबसे बड़ी आलोचक है,बताती सारी ग़लतियाँ

समर्थक भी वही है ज़बर्दस्त,नटखट मेरी बहनियाँ।

 

21)

ग़मनाक हो जब हालात,दिल ज़ार-ज़ार है रोता

गले में डाल ग़लबईंयां,बहन का साथ ही है होता।

 

22)

हर किसी को जब देखो,बहुत ही ज़्यादा चिढ़ाती है

नटखट बहन जाने कहाँ से,नाम नए ले आती है।

 

23)

तरह-तरह की रोने की, आवाज़ें खूब सुनाती है

है वो थोड़ा नटखट बहन,ज़िद पूरी करवाती है।

 

24)

ख़्याल रखने में नहीं,उसके जैसा कोई सानी

नटखट तो है बहन मेरी,बातें भी करती मस्तानी।

 

25)

जीवन में हमेशा रखें बचा,अपना सुंदर बचपन

सीरियसनेस नहीं,बहन जैसा रखें नटखटपन।

 

26)

हे ख़ुदा,बस दुआ,आज यह क़बूल करिए

बहन की जीवन में,ये नटखटपन ज़िंदा रखिए।

 

Brother Sister शायरी

 

27)

जीवन जीने की उमंग,हर पल जगाती है

नटखटपन है ज़रूरी,बहन सबको बताती है।

 

28)

छोटी बहन बन सताए,माँ सा भी प्यार जताए

नटखटपन तबियत बहन हमारी,लाड भी दिखाए।

 

29)

बूँदों की रिमझिम बारिश में,झूम-झूम कर नाचे

नटखट बहन प्रकृति के संग,प्यार से ख़ुद को बांधे।

 

30)

दिल से फ़ैसला लेने में,है वो ज़बरदस्त माहिर

नटखट थोड़ी सी है बहन,समझदारी जगज़ाहिर।

🫅

 

31)

बहन के साथ,ईश्वर एक सुंदर रिश्ता बनाता है

दुनिया में इसीलिये सबसे पवित्र,बंधन कहलाता है।

 

32)

पूरे हक़ से राखी का तोहफ़ा चाहिए,कहती है

बटुआ ख़ाली करवा के बहन,दुआएँ खूब भरती है।

 

33)

जब दोस्त आपकी ही नटखट बहन,बन है सकती

सफ़र जीवन का सुहाना होगा,बात सच है दिखती।

 

34)

दिल की उलझनों को न जाने,कैसे है वो जान लेती

यूँ तो नटखट बहन है छोटी हमसे,संज्ञान है ले लेती।

 

35)

जन्म से जुड़ा भाई बहन का,है रिश्ता अनमोल

दुनिया की रस्में करती जुदा,दिल में बसते बन बेमोल।

 

36)

हृदय पटल पर हमेशा,इकछत्र राज वो है करती

रौब उसी का चलेगा,दुनिया नटखट बहन उसे कहती।

 

37)

नहीं सुनती किसी की भी,करती अपनी ही मनमानी

नटखट बहन है वो मेरी,पर अच्छी लगती उसकी नादानी।

 

38)

बहन की दुआओं का असर ही,होता है कुछ ऐसा

संकट से उबरे जब आसानी से,महसूस होता तब ऐसा।

 

39)

उदासियों ने जब-जब जीवन में,आकर मुझ को घेरा

काँधे पर कोमल स्पर्श हुआ महसूस,वो थी मेरी बहना।

 

नटखट बहन पर कोट्स

 

40)

यूँ तो है बहुत नटखट बहन,पर है बहुत समझदार

कब कितना कहाँ है बोलना,जाने हर वक्त हर बार।

 

41)

घर है बहुत ही नसीब वाले,

खिले जहां मन की क्यारी

नटखट बहन की सुनाई दे,

जहाँ खिलखिलाती किलकारी।

 

42)

बागों में देख झूले,

नटखट बहन की याद सताती है

थोड़ा ओर थोड़ा ओर झूलने की ललक,

दिल तड़पती है।

 

43)

भाई का हाथ जब बहन के सर पर,

आशीर्वाद बन रहता है

दुनिया से लड़ने का जज़्बा,

चेहरे पर उसके सजता है।

 

44)

अकड़ू भाइयों के संग,

हिटलर सी बहन ज़रूरी है

ख़ुद चाहे सुने नहीं किसी की,

माँगे अपनी मनवाती पूरी है।

 

45)

मिलती है जब भी दिल का,गोशा-गोशा खिल उठता है

नटखट है थोड़ी बहन हमारी,प्यार हमें पर बहुत करती है।

💃

 

46)

ज़िंदगानी में मेरी नटखट बहन के,

रहे खिलती बहार

ख़ुशियाँ दामन में रहे लिपटी,

फ़िज़ाएँ महके बार-बार।

 

47)

उसके लबों की मुस्कान को,

किसी की नज़र न लगे

हंसते गाती नटखट बहन रहे,

रहमत ख़ुदा की बनी रहे।

 

48)

ईश्वर की प्रतिमूर्ति माँ

और उन जैसी ही होतीं है बहन

नटखटपन भी है उनमें,

कर लेती बड़े दुख भी सहन।

 

49)

सात सुरों सी मीठी सुरीली,

बांसुरी की मधुर तान हो

घर में गौरिया सी फुदकती हुई,

बहन तुम हमारी शान हो।

 

50)

गलती भी जिसकी गलती ना लगे,

है वो चंचल बहना

सॉरी सुन दिल पसीजता ऐसे,

जैसे मोमबत्ती से मोम पिघलना।

 

51)

परेशानी में भाई से लेती सलाह,

और नहीं किसी से कहती

नटखटपना भी बहन,

अपने घरवालों के संग ही है करती।

 

52)

माँ  के दिल की दुलारी,

पापा की है राजकुमारी

बहन-भाइयों की है,

नटखट बहन प्यारी-प्यारी।

 

 

शैतान बहन पर मज़ेदार शायरी

 

53)

कभी रूठे तो कभी चुप्पी साधे,

तो कभी मचाती शोर

नटखट बहन की झम-झम  बाजे,

लागे नाचे घर में मोर।

 

54)

बचपन के दिन ताउम्र,

एक मीठा अहसास लिए रहते हैं

नटखटपन से भरी चुलबुली बहन को

संग में लिए दिखते हैं

 

55)

मंद-मंद मुसकाती है,

हालातों से लड़ना सिखाती है

बस मौक़ा मिलते ही,

नटखट बहन चुहलपन भी दिखाती है।

 

56)

शांत समुद्र सी सतह पर,धीमी सी चाल इठलाती

देख गुड़िया सुंदर सी बाज़ार में,नटखटपन बहन मचल जाती।

 

57)ईश्वर को धन्यवाद दें दिल से,

एक आशीर्वाद की झलक आती है

बहन नटखट घर में आए तो,

उनकी इनायत समझ आती है।

 

58)

गोल गोल बड़ी सी आँखें

और रखती मीठी छुरी सी ज़बान

नटखट बहन की ज़िद पूरी हो,

जारी करती अपना शाही फ़रमान।

😜

 

59)

घर भर को सर पर उठा

मचाती बहुत ही ज़्यादा जब बबाल

नटखटपन समझ क्यूँ माफ़ी बहन को,

भाई पूछे सवाल।

 

60)

दिल को छूने वाली उसकी बातें,

बाबा रे!जैसे दादी अम्मा

दूज़े पल मचलती ऐसे,

नटखट नन्हीं बन,नाचे झम्मा-झम्मा।

 

61)

चुपचाप फ्रिज से कभी,

कभी पर्स से निकाल चाकलेट खा जाए

पूछे जाने पर नटखट बहन,

अपनी भोली सूरत सबको दिखाए।

 

62)

घर जिस पर हर वक्त रहता फ़िदा,

है वो बहन क़िस्मतवाली

नटखटपन में भी ढूँढ ही लेता उसकी,

भोली बातें हैरतवाली।

 

63)

है तो छोटी नटखट बहन,

बस माँ की भूमिका में एकदम आ जाती है

देख काले बादल ग़मों के पास मेरे,

सूरज की किरणें चमकाती है।

नटखट बहन पर शायरी हर घर घर की भाई और बहनों की कहानी है।सब उसकी नादानियों को नज़रअन्दाज़ कर उसे प्यार करते है,दुलारते है।

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