पत्नी के मायके जाने पर शायरी में पति के दिल में आती नटखट और कुछ देर की आज़ादी के भाव से भरी, हलकी सी नोंक-झोंक से भरपूर रचनाएँ लायी हूँ| देखते है जनाब,आखिर अपनी प्रिय जीवनसंगिनी के मायके जाने पर क्या ख्याल रखते है!😄
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पत्नी के मायके जाने पर शायरी,चेहरे पर दुःख पर दिल में ख़ुशी होती दीवानी
मायके गई जीवनसंगिनी पर कविताएँ | 63 गुदगुदाती रचनाएँ
1)
मायके जाने की सुन,दिल में पति के उठी उमंग
नयी ऊर्जा से भर,पुलकित दिखते उनके नये से रंग।
2)
मैं बेचारा पति,रहता हूँ कुछ भटका सा
मायके जाने की सुन,हूँ कुछ अटका सा।
3)
बच्चों को छोड़,पत्नी जब मायके है जाती
अच्छों-अच्छों को,नानी अपनी याद है आती।
4)
जरा सा कुछ कहते ही,चल देती है बहू मायके
सासू जी की बड़बड़ाहट,बिगाड़े सबके जायके।
5)
मायके जाने से रोकूँ,तो नाराज़ हो जाती
हंस के विदा करूँ,तो आँखें हो दिखाती।
6)
शादी के बाद बस तुम्हारी ही,भाती है संगत
अकड़ूँ तो बहुत हो तुम,भाए पर तुम्हारी रंगत।
7)
नयी नयी ख़ुशी समाये भी तो,नहीं है समाती
पत्नी मायके जाएगी,पति से बतायी भी नहीं जाती।
8)
पत्नी के रहते ही,घर में रहती है चारों तरफ़ रौनक़
बिन उसके भूतघर लगता और बिलकुल बेरौनक़।
9)
मायके जाने की पत्नी की बात सुन
बदले पति के एकदम से ही रंग ढंग।
10)
हम से मन भर है गया,कुछ लग रहे ऐसे हालात
सारा प्यार भुला दिया,बस याद रही हमारी डाँट।
11)
सासू जी के हसीन चेहरे की,ग़ायब हुई जादुई मुस्कान
आदत आराम की थी हो चली,कौन करेगा अब काम।
12)
मायके की यादों को,रखा है सम्भाल कर
क़ीमती ख़ज़ाना मेरा,सब तोहफ़ों से बढ़ कर।
13)
नफ़स दर नफ़स बसी,ख़्वाबों की हो मलिका मेरी
मायके में रहोगी इतने दिन,ज़िंदगी कैसी कटेगी मेरी।
14)
जीवन का हर पल हर लम्हा,बीते संग बस तुम्हारे
मायके में क्या करोगी,मिल गोलगप्पे खाएँगे खूब सारे।
15)
मेरी ज़िंदगी की तो हो,तुम्हीं जानम लाइफ़लाइन
तौबा करता हूँ आज और अभी,नहीं लूँगा अब वाइन।
16)
अब इस घर की शान हो तुम,कैसे तुम्हें बतलाए
मायके में न जाने क्या-क्या कहोगी,कैसे समझाए।
17)
थोड़ी सी मस्ती को मन था तो तुम्हें झेड़ था दिया
मायके चली जाओगी तुम,ऐसा इरादा नहीं था किया।
18)
मायके तुम जा रही हो,अच्छा सा तो नहीं है लग रहा
पर घिया,करेले से मिलेगी निजात,सोच खुश भी हो रहा।
19)
दिल की रानी कह लाए थे,पति जी मुझे अपने घर
चली मैं तो मायके,सँभालों अपना ख़ुद राजमहल।
20)
जिन्दगी में हर पल हर वक्त, संग रहें करता हूँ दुआ
मायके जाने की सुन बात,जरा अच्छा सा नहीं लगा|
21)
माँ से होंगी मन की सब बातें,मायके जाना है
ससुराल की खिटपिट से दूर,आराम फ़रमाना है।
22)
दोनों घर की ख़ुशियाँ है एक नारी के हाथों में
मायके की बेटी कहलाए,बहू बन बोले मीठी बातों में।
23)
तुम से डरते है,इस बात से तुम हो बहुत वाक़िफ़
मायके हम भी संग चलेंगे न,रहेंगे हम भी मनमाफ़िक।
24)
मायके तो जाती हो,रोज़ हमें याद बहुत हो आती
काश!शादी के बाद,हमारी आदतें न बिगड़ पाती।
25)
मेरे पीछे घर का ख़्याल रखना,पत्नी ने हुक्म सुनाया
आदेश था या अपनापन,पति को समझ कुछ नहीं आया।
जीवनसंगिनी के मायके जाने पर मज़ेदार रचनाएँ
26)
सुनो प्रिया हमारी,ये ज़िद आख़िर लगी है क्या तुम्हारी
तुम बिन कैसे अकेले रह पाएँगे, ज़िंदगी हो तुम तो हमारी।
27)
जरा सी बात पर रूठ कर,पत्नी जब मायके है जाती
पति भी होता दुखी पर अहम् में,वो रोकी नहीं है जाती।
28)
अब मेहमान हो उसकी घर की,ज़्यादा मत यूँ जाओ करो
मन न जब लगे तुम्हारा,ग़ुस्सा हमें ही दिखाया करो।
29)
मायके जाने पर पत्नी के जाने पर,दुख क्या ज़रा सा दिखाया
प्रोग्राम उनके कैंसिल करते ही,कैसे कहूँ,दिल पछताया।
30)
तुम्हारी ख़ुशी में ही पत्नी जी,ख़ुशी महसूस हूँ मैं भी करता
मायके जाने पर देख तुम्हें ख़ुश,प्रेम के मायने हूँ समझता।
31)
तुम्हारी बातों में है इतना अपनापन, लगती हो बहुत क्यूट
ऐसे दिलबर को छोड़ जाना मायके,नहीं करता तुम्हे सूट|
32)
सात जन्मों के वायदे,तुम संग लिए हुए हैं पहले ही हमने
कुछ दिन मायके रहोगी,तो क्या,कोई शिकवा नहीं हमें।
33)
देखो पत्नी जी,हम है दोनों ही स्वतंत्र प्रिय जीवात्मा
मायके में तुम रहो आज़ाद,मुझे भी मिलनी चाहिए मुक्त-साधना।
34)
मेरी बहन के तो यहाँ आने पर,होती हो तुम बहुत परेशान
देखे मायके में भाभी तुम्हारी,करवायेंगी कितने दिन आराम
35)
एक बार ही पूछा था मायके जाने को पत्नी ने,
मैंने हाँ कह दी
नाराज़ हैं,बताओ तो सही,
अब इसमें गलती क्या कर मैंने दी।
36)
हमारे कड़वे शब्दों पर न जाओ,
रूह को तो जाना करिए
मायके की बात नहीं मंज़ूर
,बिन कहे कभी तो समझा करिए।
37)
हम हो गये तुम्हारे प्यार के क़ैदी,
तुम बिन नहीं रह पाएँगे
आदतें बिगाड़ी है तुमने हमारी,
सुधर तो अब हम नहीं पाएँगे।
38)
दिल के दबे अरमान होंगे पूरे,
सोच हमदम धीमे से मुसकाए
बच्चों की ज़िम्मेदारी ध्यान से निभाना,
कह पत्नी धमकाए।
39)
अरे! ये क्या रट लगाये बैठी हो,
मायके अभी ही है जाना
माँ ने हमारी जरा सा क्या कह दिया,
भूली सारा लाड वो पुराना।
40)
शादी की ऐल्बम देख,
पत्नी का मन मायके को मचला
उफ़्फ़! अकेले करना होगा सब अब,
सोच पति का दिल धड़का।
41)
मैं चली अपनी मायके और तुम भी
अपने मायके में रहना
देखें कितना प्यार है दोनों में,
कितने दिन रहेंगे अलग खोकर अपना चैना।
42)
पत्नी के मायके जाती ही,
घर में हर ओर है सूनापन छाया
चिकचिक कुछ ज़्यादा ही हो गयी,
पति मन ही मन बुदबुदाया।
43)
हमारे जीवन का पहला और आख़िरी प्यार,
तुम थी और रहोगी
मायके जाने की ख़ामोश खबर न जाने क्यूँ
आँखें फटने सी लगेगी।
44)
मायके जाती पत्नी को ट्रेन में बिठाते हुए,
चेहरा था उदास
रात को वापस घर पर,देख विराजमान पत्नी को,
उड़ा रंग बेहिसाब।
45)
सावन में सहेलियों संग झूलने को कह,
पत्नी मायके चली गई
मैं भी चलूँ संग तुम्हारे क्या,
बस बात यहीं आकर सारी बिगड़ गई।
46)
मेरे जीवन में बन आयी हो,
तुम ही आशाओं की रोशनदान
मायके से जल्दी लौट आना,
न बुझ जाये कहीं मेरे शम्माए-अरमान।
47)
अपने-अपने मायके दोनों को,
रहना चाहिए यूँ कभी -कभी
दोनों की माताएँ होंगी व्याकुल,
व्यवस्था करेंगी मिलाने की तभी।
🤩🤩
48)
तुम्हारी याद में दिन सूना और रातें
कटनी होंगी मुश्किल
मायके जाती पत्नी को यह कह खुश करना,
क्या है इतना मुश्किल।
49)
तुम्हारे ये कुछ दिन,बदल जाते महीनों में,
बात नहीं जमती
मायके इतने साल रही हो,
अब जाने की बात तो नहीं बनती।
50)
कितना प्यार करते है तुम से,
नहीं होता इसका कोई पैमाना
आँखों की भाषा पढ़ लो,
नहीं दिखेगा कोई मुझ सा दूजा दीवाना।
पत्नी के मायके जाने पर रोमांटिक शायरी
51)
रूठी हो हम से इसलिए मायके की याद
तुम को है आयी
सच बताना रख हाथ दिल पर,
बिन हमारे क्या तुम भी कभी रह पायी।
52)
ज़िंदगी चल रही थी हसीन,
न जाने क्या हमको सूझ गई
मायके जाने को पत्नी ने हल्के से कहा,
मुँह से एकदम हाँ निकल गई।
🤥🤥
53)
मायके की दहलीज़ कर पार,
लुफ़्ते-हयात बन आयी हो
पर सुनहरी यादों का पिटारा,
संग ले के जाने की ज़िद क्यूँ लगायी हो।
54)
पत्नी के मायके जाने पर माँ के तेवर है
बहुत ही ज्यादा तमतमाए
कैसे बताऊँ मम्मी डियर,
रखती हो आप ही तो शोर इतना मचाये|
55)
माँ से होंगी मन की सब बातें,
जानता हूँ मायके क्यों है जाना
ससुराल की खिटपिट से दूर हो,
बीबी हमारी चाहती हैं आराम फ़रमाना।
56)
माँ के घुटने का दर्द देखो बहुत बढ़ जाएगा,
ग़र गई तुम मायके
पत्नी ने घूरा ऐसे,मालिश हम ही करेंगे,
हाँ,तुम जाओ न अपने मायके।
57)
मेरी कडवी सी बातों को,
यूँ दिल पे ना लिया करो मेरी जानम
तुमसे सिर्फ हो मोहब्बत नहीं कोई झगडा,
क्या यह है मुमकिन|
58)
तुम्हे पाकर यूँ जीवन संगिनी के रूप में,
हुई मानों कबूल दुआ
मायके चली जाओगी तुम,अकेले कैसे रहेंगे,
सोचो तो यह भी जरा|
59)
मेरे आधे-अधूरे अकेले जीवन में,
आई हो बन सजनी अंतहीन प्यार
मायके जाने का मन माना होगा तुम्हारा,
हमारा क्या होगा पर यार|
60)
गिले-शिकवे,लड़ाई-झगड़े,तो होते ही हैं रहते,
यूँ तो हर घर-घर
गले में फाँस सी अटकी,
मायके जाने की सुन तुमसे अचानक ये ख़बर।
61)
तुम से मिलने की चाहत में,
शादी की रस्में जल्दी-जल्दी थी करवायी
कही मंत्र अधूरे तो नहीं रह गये,
इतनी जल्दी मायके जाने की रट है लगायी।
🤪🤪
62)
रोज-रोज की किचकिच और चटर-पटर,
से मिलेगी मुक्ति,ऐसा सोचा था
मायके गई पत्नी के बाद,आएगी बरसात,
सफ़ाई करनी होगी,ये नहीं सोचा था।
63)
दो दिन का मतलब देखो,दो दिन ही रखना
मायके जाकर वहाँ आराम से,मत पसरना
मैं तो बस दिन अपने जैसे तैसे,गुजर कर रह अब लूँगा
तुम्हें झेलने की मायके में नहीं होगी आदत,ख़्याल यह रखना।
पत्नी के मायके जाने पर अक्सर पति खुश होते है पर फिर उन्हें पत्नी की याद सताने लगती है| मायके गई पत्नी के मस्त कविताएँ पढ़िए जरुर|COMMENT BOX में कौन सी सबसे अच्छी रचना लगी,बताइए भी जरुर|
रास्ता था लम्बा, मुश्किलें थी क्रूर
दिल में लेकिन मशाल जला कर चली आयी मैं इतनी दूर।