पोती के जन्म पर शायरी बस एक ऐसे ख्वाब का बुने जाने जैसा है जिसमे हर दादा-दादी को हर दिल अजीज पोती परी जैसी  लगती है और उसकी हर ख्वाहिश को पूरा करने में उन्हें असीम ख़ुशी मिलती है|

पोत्री के जन्म पर कविताएँ  लिखना स्वयं को मानों एक शानदार इनाम देने जैसी बात लगती है| दिल से लिखी कविताओं  को बस दिल से पढ़िए और हृदय से महसूस कीजिये|

पढ़ना न भूलें

|प्रथम जन्मदिन पर आशीर्वाद से परिपूर्ण शुभकामनाएं|

पोती के जन्म पर शायरी

पोती के जन्म पर शायरी और बधाई,दादा दादी की ख़ुशी अलग नज़र आई

पोती के होने पर कविताएँ |103 दिल को छूने वाली रचनाएँ 

1)सूने घर में मेरे,

एक नन्ही सी गुड़िया आई है

पोती नाम है उसका,

हर तरफ खुशियाँ छाई है|

 

  2)एक नन्ही किलकारी ने,

ऐसी दिल में उमंग जगाई

पोती रानी के जन्म  होते ही,

मिलने लगी खूब बधाई | 

 

3)मिलिए इनसे,ये है मेरी पोती,

री छोटी सी गुड़िया

घर में लगता आ गई,

ढेर सारी खुशियों की पुड़िया|

 

 4)पोती का जन्म दादा दादी के लिए,

आनंद ही आनंद लाएँ

प्यारी पोती के जन्म पर,

मिल रही खूब सारी शुभकामनाएं|

 

5)पोती के जन्म की पार्टी,

धूमधाम से मनाएंगे 

दादा ने दिया है न्योता,

सब सपरिवार ही आयेंगे| 

 

6)पोती के जन्म पर सबके दिलो में,

जगी एक सुंदर आस 

पता चलेगा अभी दादी के ऊपर भी,

आई एक नन्हीं बॉस|

 

7)चाँद जैसी पोती की सूरत,

आँखों में तारो सी झिलमिलाहट 

दादी तो वारी-वारी जाए,

घर में हो रही चारो तरफ खिलखिलाहट| 

 

8)बूढ़े पैरों में दादी के तो जैसे,

नयी एकदम जान आ गई 

पोती के जन्म पर खुश है  बहुत,

मानों घर की  शान आ गई|

 

9)पोती के प्रथम किलकारी ने,

किया उसके आने का आगाज़

हर्षित हो दादा दादी के दिल से निकलें,

अनेकों अनेक आशीर्वाद|

 

10)पोती के जन्म की खबर,

जैसे ही डाक्टर ने दादी को बताई  

लड्डू से करवा मुहँ मीठा उनका,

जश्न की घोषणा भी करवाई|

 

  11)बी.पी-शी.पी, सुगर-वुगर,

दादी से अब डर कर ऐसे भागे 

पोती जी का हुक्म चलेगा अब तो,

भला कौन टिकेगा ऐसे आगे| 

 

12)पोती के जन्म पर,

देखने को उसकी एक झलक 

  दादी ऐसी मचली,

जमी तो जमीं हैरान है फलक|

 

13)कोमल मुलायम हाथ पांव,

रंगत ढूध जैसी श्वेत उज्ज्वल

दादी निहाल देख पोती को,

तमस में दिखे रोशनी सी प्रज्ज्वल| 

 

14)जन्म पर पोत्री के,

चेहरे पर है टपकता हसीं नूर 

सोच में है पड़ गई दादी,

क्या घर आई उनके कोई हूर|

 

15)दिन भर सोये चैन से पोती रानी,

रात -रात भर है खूब शोर मचाती

दादा दादी भूले जल्दी सोना,

न कोई उनके चेहरे पर थकन है आती| 

 

16)शीश झुका कर दादी करती,

धन्यवाद प्रभु को बार-बार 

मनोकामना स्वीकार हुई उनकी,

पोती के जन्म पर बारम्बार|

 

17)किस्मत यूहीं हर किसी पर हो मेहरबान,

इतनी बुलंद नहीं होती

हर घर को मिले ऐसी इनायत

,हर एक को प्यारी  पोती नहीं मिलती|  

 

18)आज दुःख हुए ख़त्म

और खुशियाँ है खिल आईं

पोती के जन्म पर मिल रही है,

हर तरफ से खूब बधाई|

 

19)खुशनसीब  हूँ मै,

देखो घर मेरे जूही की कली आई 

पोती के जन्म पर बड़ा जश्न मनाने की,

योजना है बनाई|

 

20)आज मुझ से बड़ा कोई दौलतमंद न होगा,

बस सोच आँख भर आई  

पोती के रूप में दुनिया की सबसे बड़ी नेमत,

एक सौगात है जो मैंने  पाई|

 

 पोती के जन्म पर बधाई सन्देश

 

21)जीवन अब सुंदर से और

सुंदरतम होता जायेगा

पोती प्यारी के संग और

आनंदमय भी होता जाएगा| 

 

22)जीवन में  तुम्हारे रहे मस्ती

और रहना  सदा खुशहाल 

जन्म पर पोती के हर दादा -दादी,

देते आशीर्वाद बेमिसाल|

 

23)हमारे घर की है मुस्कान व्

बनी सबकी है चहेती

पोती के जन्म पर चहक- चहक,

दादी हैं सबको कहती|   

 

24)दिन शुभ आज खुशियों की ढेर,

सारी सौगातें ले है आया 

पोती के जन्म की सुन घर है,

महका हुआ खुशबू  संग ले आया|

 

25)हलकी सी सुन रोने की आवाज़,

दादी एकदम घबराई 

अले मेली छोटी सी गुडिया क्या हुआ,

सुन पोती  भी मुस्काई|

 

26)हे प्रभु,मेरी नन्ही सी जान पर,

अपनी रहमत बनाये रखिए

दुःख के बादल न बरसे कभी,

चाँद की शीतलता बनाये रखिए| 

 

27)जीवन में इन्द्रधनुषी रंगों से सजी रहे,

अधरों पर मीठी मुस्कान  

खुश रहना और खुश रखना माँ पापा को,

गमों से सदा रहे अनजान|

 

28)खुदा का शुक्र यूँ झुका सर अपना,

बार-बार हूँ करती

पोती का सुख दिया मुझे,

खुशकिस्मत हूँ खुद को समझती |

 

29)सुनो मेरी पोती प्यारी,

रखना एक बात याद हमारी 

जीवन में हर हाल न खोने देना,

मुस्कान अपनी न्यारी|

 

30)पोती के जन्म से सारा समय,

निहारे उसको बस बार-बार 

अरमान हुए पूरे दादी के,

मिला है उन्हें उनके सपनों का संसार|

 

31)एक कमी नन्ही परी  की,

बहुत थी खलती हमें दिन-रात 

अब नहीं जरूरत किसी की दादी बोली,

संग उसके ही करेंगे बात|

 

32)अब तो सुबहो-शाम कब जाएगी बीत,पता नहीं चलेगा 

बहू  खुश,सास पर आखिर किसी का तो रौब अब चलेगा|

 

33)पोती के जन्म पर हुआ ऐसा महसूस,

बसंत जैसे समय-पूर्व है आया

दादी की ख़ुशी दिखती इतनी

मानों उन्होंने उसमे अपना रूप हो पाया| 

 

34)छोटी सी पोती जन्म से ही लायी हो,

हमारे जीवन में  प्यार ही प्यार 

दादा दादी को तो जैसे मिल गया हो, 

दुनिया का सबसे बड़ा उपहार|

 

35)माना संसार के सब ऐशोआराम व् 

सुविधाएँ है पास हमारे 

जो आनंदमय पल आए है जीवन में,

दादा दादी जाते उस पर वारे|

 

36)दादा जी के पैरों में अचानक,

आ गई भइये अब पूरी जान 

बधाई हंस हंस कर ले रहे,

खड़े खड़े,भूले अपना दर्द वाला बाम|

 

37)पोती के जन्म पर दादा जी ने,

 दांतों का नया सेट है बनवाया 

खिचड़ी नहीं हलवा-पूरी खाने की, 

दावत का ऐलान भी संग करवाया| 

 

38)ऐनक दादा जी की गुम होने पर, 

घर सारा हो जाता था परेशान 

पोती अब हमारी रखेगी ध्यान,

जाओ अब नहीं चाहिए किसी का अहसान|  

 

39)छड़ी की नहीं पड़ेगी जरुरत अब,

कह दादा जी एक तरफ खिसकाई

पोती हमारी है न,राहत की लम्बी साँस से

चेहरे पर सुकून दिया दिखाई|  

 

 

40)पोती के जन्म पर दादी ने दिया

 दिल से  प्यार भरा ये आशीर्वाद 

जियो मेरी लाडली तुम हजारों साल,

रखे खुदा तुम्हे सदा खुश और आबाद|

 

पोती के जन्म पर शुभकामनाएं

 

41)बुआ की बन प्रतिनिधि,

पोती अब घर में है आई 

दादी की आँखें सोच ये छलक उठी,

अब होगी एक दिन इसकी भी विदाई| 

 

42)घर  में बुआ के बाद पोती की,

 रहती एक अलग शान है 

दादा दादी की तो उसमे बसती

 आखिर उनकी ही जान है| 

 

 

43)पोती तो दादा दादी के लिए,

 हँसता खेलता खिलौना है 

कभी बतियाते घंटो-घंटो

कभी बिछाते उसका बिछोना है| 

 

 

44)एक नन्ही सी तितली बन पोती,

 हमारे बागो-बहारा में उड़ कर आई है 

कमाल है बिन चंदन बत्ती जलाये ही,

खुशबू ही खुशबू हर तरफ महकाई है|

 

 

45)दादा दादी के संग पोती का 

एक अद्भुत प्यारा पवित्र रिश्ता  है 

बुढ़ापे में भी बचपन को महसूस करा दे

पोपले मुहँ पर हंसी,सुंदर कितना लगता है|

 

 

46)पोती के जन्म पर वाह देखो 

दादा दादी  की क्या शान है 

बांटे मिठाई घर घर में जाकर 

आखिर बसती उसमे ही अब जान है|

 

 

47)सुबह से ही दादी,पोती को लाड लड़ाती हैं

नाचे गाये और जोर से, ठुमके भी खूब लगाती है 

पोती रानी  जब से आई,इस घर में बस मत पूछो

दादी अब बदली-बदली सी,जरा नज़र आती हैं|

 

 

48)पोती के होने पर दादी का सीक्रेट खज़ाना खुल गया 

आखिर सबको महंगे तोहफे जो देने  की बारी है आई

करना होगा उसकी शिक्षा-दीक्षा का इंतजाम अभी से 

पापा को बैंक भेज खाता खुलवाने की बात भी सुझाई|  

 

 

 49)गली से गुजरते गुब्बारे वाले को

 अब तक नहीं दिया था कोई ध्यान

सुन आवाज़ दादी दौड़ी आज सरपट 

 खरीद लिए सारे के सारे एक साथ|   

 

 

50)साठ साल की हुई दादी माँ और

 सात घंटे पहले ही आई पोती इस दुनिया में 

बंधन दिखता बेजोड़ ऐसा कुदरत का 

क्या गजब है जोड़ी खुद खुदा ने है बनाई|

 

 

51)पोती आई जो अभी-अभी इस दुनिया जहाँ में 

दादी गोद में आते ही खुश हो चहक सी जाती है   

हाव-भाव उसके देख दादी भी एकदम  समझ जाती है 

अनुभव का कोई मुकाबला नहीं,बात साफ दिखाई देती है|

 

52)दादा-दादी और पोती  बन गए एक दूजे का सहारा 

बहू-बेटे  हो बेफिक्र काम पर अपने जा पायेंगे

पापा की परवरिश की होती आई सदा तारीफ

पोती को सुंदर संस्कार उनके सिवा कौन ओर दे पायेंगे|  

 

 

53)पोती के जन्म पर बना सुंदर संयोग 

दादा-पापा और अब तीजी पीढ़ी का है सहयोग 

अदब-कायदा  संस्कार सीखेगी पौत्री सरलता से

एक नयी पहचान और नाम बढ़ाएगी खूब|

 

  

54)पोती के जन्म पर दादी 

अपनी जिन्दगी को फिर दोहराती है 

कह रहे है सब देखने वाले  हूबहू वो

 उनकी ही परछाई सी लगती  है 

बुआ की झलक भी बहुत ज्यादा,

 साफ साफ दिखाई सबको  देती है 

होशियार बनेगी  नन्हीं चिडियां,

ऊँची उड़ान भी अभी से नज़र आती है|

 

 

55)हर रोज का मिल गया दादी को तो,

 एक बहुत बड़ा काम

बहू हर वक्त सुन एक नयी सीख से,

हो रही बहुत ही  परेशान

पल-पल में बदले कपडें,

लगनी चाहिए उनकी पोती परी समान

लोरी सुना उसे सुलाए,

खुद एक झपकी लेने का भी हुआ इंतजाम|

 

 

 56)पोती का जन्म और दादी का बर्थ डे

हो गया अब  एकसाथ

दो पंथ एक काज हुए ऐसे तो न सोची थी 

किसी ने भी ऐसी बात 

दादी बहुत ही खुश हुई मनेगा पोती संग

 उनका भी जन्मदिन हर साल 

बधाई देने वाले दे रहे है दो-दो शुभकामनाएं,

भई वह क्या बात क्या बात| 

 

 

57)ऐ चाँद  सितारों,करती हूँ अर्ज,

  थोड़ी सी चाहिए तुम्हारी रौशनी आज

आसमां से ही आई है जमी पर उतर

परियों की रानी अपने आप

काम एक सौपतीं हूँ,जरा ध्यान से सुनना,

 कान खोल मेरी बात

पोती रूप में आई है पर है तो तुम्हारी रानी,

प्यार देना खासमखास| 

 

   

58)खुश हूँ कहती दादी बहुत,

आज खुदा ने कर ली कबूल हमारी दुआ 

खुशियों की चाभी मिली

ए हम बेफ़िक्र चलो बहुत अच्छा हुआ

मेरे बाद बेटे को ताउम्र माँ की कमी

 न अब होगी कभी 

पोती बड़ी हो बन माँ बहन रखती ख्याल

न भूलती कभी|

 

 

59)यह बरसों की पूजा का फल 

अनमोल मिला है 

पोती के रूप में खज़ाना

 बहुत बेमिसाल मिला है

ईश्वर बच्ची को हमारी

  बुरी नज़रों से बचाए रखना 

प्रसाद रूपी इस प्यारे से रत्न को,

जो इस घर को मिला है| 

 

 

60) पोती के जन्म पर देते

 जी भर-भर प्यार-दुलार 

दादा दादी हो निहाल देख

 आया चंदा का अवतार 

छुई-मुई सी करवट ले लगाती

 जोर से अपनी आवाज़  

दौड़ी आती अम्मा,देखने सब 

ठीक ठाक है न हालचाल|

 

पोती के जन्म पर प्यार भरी शायरी

 

61)छोटी सी नन्ही सी आई,

बन बीच सबके एक कोमल कड़ी  

पोती के नाम की  हर वक्त है हो रही,

 यही चर्चा बहुत बड़ी

असर जिन्दगी में नाम का तो हर हाल,

पड़ता है जरुर ही जरुर 

अर्थ पूर्ण भी हो सरल हो उच्चारण,

और न हो कभी खुद पर गुरुर|  

 

 

62)नाम ही तो है नाम में क्या है रखा

सुनते ऐसा ही आए है 

दादा दादी के रहते हो कोई संशय,

सब सोच मुस्कुराए है 

पोती के नाम की जिम्मेदारी,

उनके ऊपर छोड़ खुश है सभी

इतिहास के स्वर्णिम पन्नों को,

 खंगालने की बारी लो अब आई है| 

 

 

63)पोती के जन्म पर,

 घर में हुआ सलाह-मशवरा 

सकारात्मक माहौल सदा,

 आपस में रहना चाहिए 

बच्चे संग सब का,

 प्रेम पूर्ण व्यव्हार ही होना चाहिए 

गर ऐसे ही रहा तो बस फिर,

 एक बच्चे को और क्या चाहिए|

 

 

64)बेटे बहू को पोती के जन्म पर,

दी दादी ने एक सीख 

बच्चे है करते वहीँ,देखते जो घटते अपने आस पास,

है ज़माने की ये रीत  

बन गए हो अब माता- पिता,

ऊँची आवाज़ नहीं सुनने में अब आए 

बोओगे गर बबूल तो फिर आम खाने को, 

कभी मन न यूँ ललचाये|  

 

 

65)पोती के जन्म से है होती,

रिश्तों की एक नयी शुरुआत

दादी बहू संग और प्यार से बटाती,

 है हर काम में पूरा हाथ 

नाजुक सी मेरी बहू रानी,

कैसे रखेगी नन्ही परी का सब  ध्यान 

वक्त कर अपना याद,

सुनाती खूब किस्से-कहानी सुबहो-शाम| 

 

 

66)पोती के जन्म पर दादी माँ,

 एक गीत तर्रन्नुम  में सुनाती हैं

लिखने का है शौक बहुत उन्हें,

शब्दों में प्यार अपना जताती हैं

खुशबू -ए-रूह को मिला है ऐसा सुकून,

सबको खूब बताती हैं

अह्सासे-गजल को कर लयबद्ध,

ऊँचे स्वर में खुल कर गाती हैं|

 

 

 67)ख्वाब सुनहरे लगने लगे,

गोद में आई जब पोती रानी 

धरती अंबर नाचे झूम झूम के

बूंदों सी राहत बिटिया रानी 

खिलखिलाहट सुनेगी हर ओर

गुलाबों की महक सी महकती 

फलक को छू लेगी भर ऊँची उड़ान,

अपनी घर की चिड़िया रानी| 

 

 

68)मन हो कुसुमित,

दिल खिला-खिला हुआ मनभावन 

यादों के पिटारे खुल गए,

प्रिय पोती का हुआ जो आगमन 

नाते-रिश्तेदार स्नेहीजन दें,

जी भर प्यारी-प्यारी खूब बधाइयाँ 

दादी माँ खोलो तो बटुआ,

मौका आया है खाने को मिठाइयाँ|  

 

 

69)दादी को प्यारी पोती 

और पोती को प्यारी दादी

 एक दूजे को देख दोनों,

 अंखियों ही अंखियों में बतियाती 

हलकी सी भी जो रोये पोती प्यारी, 

दादी झट से दौड़ी आएं

ग़ज़ब हो जाता तब,

जब दादी की गोद में

पोती एकदम चुप हो जाएँ | 

 

 

70)बन परिवार की ढाल,

आई पोती मेरे द्वारे 

दोल नगाड़े बजा,

 करुँगी स्वागत अपने द्वारे 

आधुनिक और प्रगतिशील,

 रखती हूँ विचार धारा

स्वागत करे मन से,

न हो एक पल भी मन बेचारा| 

 

 

71)पोती के जन्म पर,

 सपनें अब होंगे साकार 

सभ्य,सुसंस्कृत व् सर्वगुणसंपन्न से,

 पूर्ण होगा व्यव्हार 

वाणी में ओज,कर्म रहेंगे

 सदा ही श्रेष्ठ व् अनुकरणीय

परिवार,देश का नाम कर ऊँचा,

बनेगी सब के लिए आदरणीय|  

 

 

72)दादी यूँ तो नखरे वाली,

चलता है उनका ही पर हुक्म 

पोती के जरा से रोने से हो जाती

 एकदम से ही गुमसुम

लाड लडाती ले गोद में,

धीरे-धीरे देती झूले सी पींगे ऐसे

चुप हो उनकी लाडली भी,

 देखे उन्हें ही प्यार से वैसे|  

 

 

73)पोती के जन्म पर दादी,

करे प्रभु का धन्यवाद बार-बार 

सूर्योदय की प्रथम आभामय किरण, 

बन आई हो मेरे घर-द्वार    

बनना निडर न हो कोई रोग-शोक,

निर्मल रहे आचार-विचार  

उत्तम पथ पर रहना सदा अग्रसर,

रख सुंदर श्रेष्ठ प्यारा व्यवहार|   

 

 

74)घर मेरे आई नन्ही लाडली,

सिर को मैंने सजदे में झुकाया

मुखबिरी करने रब से चंदा को,

 कासिद का रूप रखने को सुझाया 

कहकशा  से सबसे हसीं,

 व् समझदार परी को आने को खूब मनाया 

इतनी मशक्कत के बाद,

खुदा की रहमत का पैगाम है अब  आया|  

 

 

75)पोती के जन्म पर सुन किलकारी,

दादी का मन हर्षाता है 

सुंदर इस बेला पर स्मृतियों का पिटारा भी, 

खुद खुल जाता है 

चेहरे की बनावट पर हैं सब कुछ,

 ज्यादा ही आपस में कंफ्यूज

पापा की शक्ल थी ऐसी ही,

कुछ ओर सुनने से किया रिफयूज़|  

 

 

76)दिल हो जब बेहद खुश,

उमस भरी गर्मी में भी 

होता अहसास ठंडक का,

जैसे हो गई हो बरसात

पोती ने जन्म क्या लिया आज,

बदल गए सभी हालात

बधाई देते लोग पोंछे पसीना,

दादी तो बस निहारे चुपचाप|  

 

 

77)जन्म पर पोती के,

 हर दिल मुस्कुराया है 

गले लगा सबको दादी का,

 दिल भर आया है 

अरे!सिर्फ थैंक यू कहने से,

 नहीं चलेगा काम

मिठाइयाँ बाँटने का दिन,

 शुभ आज आया है  | 

 

 

78)मीठी लोरी की लय गाकर,

 हैं सुलाती दादी 

अल्फ़ाज़ों में घोल मिठास,

 हैं बताती दादी

पोती का जन्म हुआ,

 एक विदुषी के घर में

हर पल होगा शिक्षा के महत्त्व,

 को बताएँगी दादी।

 

 

79)जन्म हुआ पोती का,

मन उपवन खिला दादी का 

अँधियारे में दीपक उम्मीद का,

 जल उठा दादी का

कान्हा की रसभरी बाँसुरी सी,

 बज उठी कानों में 

अधरों पर अरुणिम आभा सी छा,

 लालिमा आई दादी पे।

 

 

80) धरा बहुत सुंदर है पर मेरी पोती,

तुम्हें इसे जीवंत बनाना है

भोले-भाले नटखट बचपन को,

 ताउम्र संग तुम्हें अपना बनाना है

सरस्वती का ले ज्ञान,

अद्भुत संसार तुम्हें रचाना है

उम्मीदें बहुत है गुड़िया रानी,

पूरी करने का वचन तुम्हें निभाना है।

 

Granddaughter wishes कविताएँ इन hindi

 

81)दादी को देख पोती,

कुछ इस अन्दाज़ से मुस्कुराती है

जैसे जन्म से पहले ही बांधे,

उनसे कोई उसका नाता है

जानती है बख़ूबी घर में हुक्म,

अपनी दादी का ही चलता है

इसलिए जन्म होते ही दादी पोती में,

 पहले दिन ही ख़ूब छनती है।

 

 

82)पोती के जन्म पर,

 गरम-गरम जलेबी बन रही हैं

इमरती और हलुआ पूरी भी,

 संग-संग बँट रही हैं

आवाज़ पर दादी के सब,

 इधर-उधर काम में लगे हैं

ये तो अभी शुरुआत है,

भई,जश्न की तैयारी अलग हो रही है।

 

 

83)पोती के जन्म पर,

 हँस कर बोली दादी सब से ऐसे

मज़े करेंगे हम दोनो सब सुन लो,

कान खोल कर यूँ

दादी पर रौब माना चलेगा,

इस गुड़िया रानी का अब से 

तुम सब की स्थिति तो रहेगी 

बस ज्यूँ की त्यों।

 

 

84)दादा दादी के चुस्त रहने का रास्ता,

अब बढ़िया है निकल आया 

पोती के आने से मस्त रहेंगे संग उसके,

खेलों का मौसम है आया 

मम्मी पापा रहते है अपने-अपने,

कामों में इतने ज़्यादा व्यस्त

दादा दादी रहते थे बाट जोहते,

दिखते थे अक्सर बहुत ही सुस्त।

 

 

85) पोती का जन्म क्या हुआ,

दादी की सूची बढ़ती जाती है

क्या खाएगी क्या पिएगी,

पूरी की पूरी तैयारी की जाती है

इंटर्नेट पर ढूँढ रही है दादी,

कौन से खेल मिल दोनो खेलेंगी

बाक़ी देख हुए गुमसुम,

क्या वो दो-दो बॉस का हुक्म ही झेलेंगे।

 

 

86) पोती के जन्म पर मिल रहें,

 आशीर्वाद व शुभकामनाएँ

दिल से हो प्रसन्न,कहते है,

 रहो सुखी और देते मंगलकामनाएँ

घर में बसंत एकदम आ गया हो,

मौसम की ले बहारें ऐसी

रिश्ते नाते हँस-हँस दे रहें मिल गले,

माँग रहे हक़ से मिठाइयाँ।

 

 

87)ले गोद में अपनी पोती को,

दादी की आँखें हुई नम 

ख़ुशी के मारे शब्द ही नहीं आए समझ,

बोले क्या हम

दुआ करते है खुदा से,

इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में नाम हो 

सदियाँ करे याद ऐसे बेमिसाल कार्यों की,

 सदा चर्चा-ए-आम हो|   

    

 

88)बड़ी उम्मीदों और आशाओं से,

 एक कली धरा पे आई है 

नफासत नजाकत के संग,

आईना-मिजाज भी साथ  लाई है

बन नारी की शक्ति,नव चेतना की,

  होगी मिसाल पोती  हमारी    

ममता करुणा के साथ,

 कड़े निर्णय लेने की समझ भी लाई है| 

 

 

89)जन्म पोती का है सबूत,

होती हैं शक्तिशाली दुआएं कबूल

मनुष्यता का पाठ पढ़ाती हर नारी,

ले दुर्गा का सुंदर स्वरुप 

मुझे गर्व की हो रही है अनुभूति,

दादी ने ली नम्रता से सब बधाइयाँ

ख़ुशी  के माहौल में सब मांग रहे है,

जल्दी से मिलनी चाहिए मिठाइयाँ|

 

 

90)पोती के जन्म पर दादी हैं कहती,

हुई उनकी दुआएं कबूल

लालन पालन में रहेगी उनकी सीख, 

जानते है सब होती है माकूल 

बने पहचान भारत की प्राचीन सभ्यता व् संस्कृति की

,प्रेरणा सटीक

विश्व स्तर पर मेरी नन्ही गुडिया हो,

एक विशवास की खूबसूरत प्रतीक|  

 

  पोती के जन्म की शुभकामना शायरी

 

91)बगिया में मेरे  गुड़हल के पेड़ पर, 

लदे-फदे लाल फूलों की बहार   

एक चिड़िया अपना वहां आशियाना है बनाती,

बन बच्चों की सृजनहार

प्यार से लाती दाना-पानी,

कभी सिखाती उड़ने के गुर,दादी देखे ध्यान से  

पोती को भी दूंगी इतना स्नेह दुलार,

बनाउंगी मजबूत उसे बनेगी पालनहार|

 

 

92)पोती के जन्म के अगले दिन,

 उसकी किलकारी ने सब को जगाया 

दादी गहरी नींद छोड़-छाड़ उठी,

पास अपनी परी के पास भागी आई 

दिनचर्या बदली दादी का नीबू पानी,

 और दादा की चाय की हुई विदाई

बधाई लेने में है इतने व्यस्त दोनों, 

रोज की दवा भी भूले-बीमारी ने भी दूरी बनाई|

 

 

93)पोती के जन्म से  घर भर में, 

उल्लासित वातावरण है बन गया

नया बिछोना संग मधुर घंटियों वाला,

 पालना भी है घर में  आ गया

हाथों में चांदी के नजरिये,

,बुआ रानी ने बड़े चाव- प्यार से पहनाई 

 झम -झम करती घुंघरू वाली पायल,

दादी ने भी नन्हें पैरों में पहनाई|

 

 

 94)पोती की किलकारी लगे,

 कोयल की कुंहू-कुंहू

चिडियां की ची-ची,

 और तोते  मिया की मिठू -मिठू

पप्पी प्यारे डागी ने करी,

 अपनी भों-भों खुद ही बंद

दादी के पीछे-पीछे दुम हिला करे स्वागत,

बोले  हूँ-हूं|  

 

 

95)पोती के जन्म पर छाई,

 अद्भुत पावन बेला 

मिलने जुलने वालो का,

 स्नेह सिंचित प्यारा मेला 

रहो हमेशा खुश और स्वस्थ,

जीवन  रहे मंगलमय 

ये ही अभिलाषा है दिल की रहे आनंदमय| 

 

 

96)अले मेली नन्ही सी पोती जान,

हो जाना जल्दी से बड़ी 

खेलेंगे होली मस्ती से खूब,

चलाएंगे दिवाली पर फुलछड़ी

मॉल से लायेंगे तुम्हारी पसंद की,

 ड्रेस और ढेर सारे खिलौने 

आईसक्रीम ठंडी-ठंडी,

और गोलगप्पे के लेंगे चटपटे चटकारे|  

 

 

97)माँ से ज्यादा है रहता,

 सानिद्ध्य,दादी से पोती का 

राज की सारी बातें पता है होती, 

दोनों को दोनों की

सोच-सोच दादी झूमती गाती है,

दिन भर यूँ आजकल

कैसा सुंदर रिश्ता है,

बंधा रहता है जन्म से मृत्यु तक|

 

  

 98)दादा दादी आजकल बहुत ही,

 सुकून भरे है नज़र आते

चेहरे पर उन दोनों के आभा, 

अलग सी खुशनुमा है वो दर्शाते

ईश्वर ने बनाये कैसे ये अद्भुत, 

निराले रिश्ते धरती पर जब से

पोती है कितनी भाग्यशाली,

बड़ी होकर चलेगा पता जब  उसे| 

 

   

99)दादी बांटे जीवन के अनुभव,

अपनी बहू के संग

संग खोजे नयी-नयी जानकारी,

 गूगल बाबा के भी संग

इन्स्ताग्र्म,फेसबुक और स्मार्ट फ़ोन को,

 खूब है चलाती

पोती  नए ज़माने की,

भला दादी कैसे ओल्ड फैशन की रह जाती|

 

 

100)नाम ही तो होता है,

 जीवन के बाद भी याद है रहता 

कैसा किया काम ताउम्र,

जमाना उसे ही है पहचान देता 

पोती के जन्म पर दादा दादी,

मन से करते प्यारी दुआएं 

चाँद-सितारें जब तक रहे,

बिटिया भी याद रहे,करते सदाएं|

 

पोती के जन्म पर आशीर्वाद शायरी

 

101)आज का दिन बन गया,इतना शुभ, 

खुशनुमा और अलबेला

मानों इन्द्रधनुषी रंगों में डाल लिया धरा पर,

अपना सतरंगी मेला

आसमां पर तारों की झिलमिलाहट,

मानों प्रकृति  ने उड़ेल दिए मोती

 बादलों ने किया नर्तन बूंदों के साथ सुर ताल से,

आई है जो हमारी पोती| 

 

   

102) बरगद के घने पेड़ के नीचे,

 एक नन्हा सा पौधा पनपा है 

कहते है सब उसको पोती

,घर-आँगन आज महका-महका है 

नाजुक सी कोमल लिए हाव-भाव,

 देख दिल बहुत सुकून पाता है 

अंश बेटे-बहू का है आया इस बगिया में,

सोच मन बेहद हर्षाता है|

 

 

103)पोती से घर में सबसे जुड़ा,

 अनोखा एक आपसी रिश्ता  है 

घर की बेटी बनी बुआ,

देख एक ओर परी  को दिल हर्षाता है 

चाचा में बन छोटे भाई जिम्मेदारी का,

 एक नया अहसास जगाता है 

घर के बुजर्ग दादा दादी की मत पूछो,

बचपन उनका तो लौट ही आता है| 

पोती के जन्म पर शायरी या कविताएँ लिखना अपने नटखट  बचपन में जीने जैसा है |दादा दादी का अपनी पोती संग एक बहुत ही दिल से जुड़ा रिश्ता होता है|

प्यार से लिखी इन 103 रचनाओं को आप भी पढ़िए और अपनी प्रिय पोती को भी सुनाइए- पोती के जन्म पर शायरी वाली मनभावन कविताएँ|COMMENT BOX में अपनी राय लिखियेगा|