बहन की याद में शायरी लिखना अपने बचपन को दोहराने जैसा है जिसमे चाहे बहन बड़ीं हो या छोटी एक अलग स्नेह बंधन जुड़ा होता है|जीवन के खूबसूरत पल तो अपने बहन भाइयों या बहनों के बीच के ही होते हैं|

जीवन में बहनों के प्यार का अपना ही एक विशेष स्थान रहता है|दिल की बातें उनकी याद में शब्दों की माला ही कविता बन जाती है|

पढ़ना न भूलें

|लाडली बहन के लिए लाड जताती शायरी|

बहन की याद की शायरी  

 

 

बहन की याद में शायरी,एक प्यारे दोस्त के दूर होने से दिल होता भारी  

मिस यू सिस्टर कोट्स इन hindi|65 दिल को भावुक करती कविताएँ

1)जीवन का एक दिल का रिश्ता, है बहन के संग 

पल पल बीते लम्हों की याद में, होती आँखें यूँ नम|

 

2)जिक्र होते ही बहन आपका,आसूं झलझला जाते हैं 

ईश्वर से मिलाने की करने प्रार्थना,हाथ स्वयं जुड़ जाते हैं|

 

3)यूँ तो अब जिन्दगी में, किसी भी चीज़ की कमी नहीं है 

पर बहन तुम बिन,घर में खिलखिलाहाट दिखती नहीं है|

 

4)दिल सोच हो जाता है मायूस,अक्सर कर याद तुम्हारी 

वो कैसे खिलोनों या साईकिल,पर होती थी लड़ाई हमारी|

 

5)प्यार के साथ, होती थी खूब तकरार 

बहन भाई के बीच यही तो, याद आता है प्यार|

 

6)जाने के बाद बहन आपके,है अब कितनी दूरी 

जीवन में खलता हर पल,लगती जैसे हो अब अधूरी|

 

7)सुख दुःख में बहनें,हो जाती खड़ी आगे हर बार  

मन टूटा है बहुत, कहाँ हो क्यूँ नहीं आती इस बार| 

 

8)भाई को कोई कुछ कहे,बहन कभी सहन नहीं कर पाती 

देखों न जालिम हुआ जमाना,भाई के लिए आज क्यों नहीं आती| 

 

9)बहनें घर बार को, एकसूत्र में बांधे है रहती 

भाई को समझाने की कला को भी, खूब है समझती|

 

10)भाई होते बहुत ही नसीब वाले,जिन्हें मिलता बहन का प्यार 

तर्क,वितर्क भी है होता था,पर बाद में लगाती गले से बार-बार|

 

11)वो थी मेरी बहन प्यारी,पूरे घर की थी जैसे रकीफ 

हुक्म उसी का चलता था,पर निर्णय लेती थी सटीक| 

(रकीफ=दोस्त)

 

12)कमी बहन की, हृदय को चीर जाती है 

नहीं देख पाउँगा अब,टीस बहुत उठाती है|

 

बहन की याद में अनमोल शायरी 

 

13)टूटते तारें में बहन,तुम ही देती हो दिखाई 

मानता नहीं था इन बातों को,अब देता हूँ दुहाई|

 

14)ईश्वर से हूँ नाराज क्यों दी, ये पीड़ा भरी जुदाई 

क्या आप से देखी नहीं गई,बहन से भाई की बड़ाई|

 

15)पहले माँ अब बहन ने भी, मुहँ मोड़ने का काम किया 

छोड़ अकेले यूँ मुझे,ख्याल मेरा तनिक न किसी को आया|

 

बहन की याद में काव्याभिव्यक्ति 

 

16)जिस की डांट में भी,अधिकार भरा प्यार झलके 

बहन ही हो सकती है,भाई यह जज्बात खूब समझे|

 

17)बड़ी बहन थी वो मेरी, पर माँ सा प्यार लुटाती थी

खाना खाया या नहीं,चिंता भी बस वो ही दिखाती थी|

 

18)गलती पर बहन डांट की, पड़ती थी जोर से 

प्यार अपनी जगह सुनो छोटे,कहती अधिकार से|

 

19)जिन्दगी के हर कठिन मोड़ पर,साथ सदा निभाया 

बिन कहे दिल पढने की कला से, बहन ने फर्ज जताया|

 

20)बहन के साथ होने पर.,खुश खुद ही भाई रहता है  

अब वो है रब के पास,अकेलेपन पर अपने चुपचाप रहता है|

 

21)रात में चांदनी बिखरी हुई है, धरती पर हर ओर

बहन के बिना अँधेरे जैसी है लग रही,डराती चहुओर| 

 

22)एक घर में रहते है दोनों,माँ पापा के जैसे दो हीर 

एक आँख बहन की गर रोती,भाई भी बहाए नीर|

 

23)बहन की शादी वाली विदा पर,थी दिल को मिलने की आस 

अब की जो हुई विदाई,ईश्वर ही जाने अब तक क्यों हैं उनके पास| 

 

24)दिल की उदासी को, बिन बोले वो समझ लेती थी

भाई की बेचैनी को बहन खुद ही, जान लिया करती थी| 

 

बहन की याद में  सुंदर कविताएँ 

 

25)माँ की तरह ही, बहन हैं होती ईश्वर की प्रतिमूर्ति 

घर-घर है ऋणी,किसी भी तरह नहीं हो सकती पूर्ति| 

 

26)सहरा में बहन थी, मेरी आबशार जैसी 

भाई के हर दुःख में साथ,वरदान होती वैसी|

(सहरा=रेगिस्तान|आबशार-झरना)

 

27)मेरे लिए बहन मेरी थी, दुआओं का भंडार

उनके बिन ज्ञान का लुट गया, जैसे सारा संसार| 

 

28)रास्ते में मुड़ कर देखता हूँ, जैसे भाई कह किसी ने बुलाया

बहन की आवाज़ गूंजती है कानों में,जरुर उसने ही बुलाया| 

 

29)सूरज की तपिश, अब कुछ ज्यादा लगती है 

बहन की कमी से,चांदनी भी अब चुभती सी है|

 

30)मुसीबतें मुँह बाये खड़ीं,हो जाती हैं जब

बहन ही आ अचानक,बचाती है भाई को तब| 

 

31))जिस की डांट में भी,अधिकार भरा प्यार झलके 

बहन ही हो सकती है,भाई यह जज्बात खूब समझे|

 

 

32)बहन के बाद कोई नहीं, मांगता दुआएं 

भाई करते महसूस,कौन करेगा अब सदाएं|

 

33)बहन थी मेरी सहारा और मेरी थी गमगुसार 

दुःख की घड़ी में थी, सच्ची एकदम,प्यारी रहगुजर|

 

34)यूँ थी रहमत खुदा की,बहन दी थी अनमोल 

जुदा हो कर महसूस होते है ज्यादा,बीते पल बेमोल|

 

35)छोटी बहन पहले बिछुड़,जब दूर चली जाए 

दुनिया बहुत वीरान सी तब, हर तरफ नज़र आए|

 

36)हे! रब जी रखना ध्यान, मेरी बहना का आप

चिंता सी लगी रहती है, न जाने क्यों अपने आप| 

 

बहन पर अनमोल वचन 

 

37)मम्मी और पापा की डांट से बचाती थी 

एक वो बहन ही थी,जो हर बात से लुभाती थी|

 

38)जान से भी ज्यादा हर बहन, भाई को चाहती है 

पर किस्मत उन्हें एक साथ, रहने ही कहाँ देती हैं|

 

39)बहन के संग गुजरे लम्हें,बन जाते यादगार 

पास वो नहीं है,भाई को याद आए बार-बार|

 

40)ऐ-मेरे हाले-दिल, बस इतना मुझे बता देना

बहन मेरी हैं कहाँ,रब से पूछ जरा पता तो देना|  

 

41)अंतर्र्मन जब-जब टूट कर, कांच सा बिखरता है 

बहन में होती है ऐसी शक्ति,मन बात से उनकी संभलता है|

 

42)बात-बात पर रोज-रोज, मुझसे खूब लड़ती-झगड़ती थी 

बीमारी में मेरी देखभाल में,बहन मेरी पर रात भर जगती थी|

 

43)जन्म के रिश्ते उस ईश्वर ने बनाये हैं 

पर क्यूँ राह में रास्त्ते,अलग दिखाए हैं|

 

44)छुपाने की सारी कोशिशें, हो जाती है नाकाम

बहन भाई के दिल की ख़ुशी और गम से रखती काम| 

 

45)बहन है दूर,रहे सलामत करता है  दुआएं 

दिन रात खुदा से,भाई करता है प्यारी  सदाएं| 

 

46)भाई के जीवन में होती है,बहन सदा ही प्यारी हेल्पलाइन 

खुदा क्या मिला आपको,छीन मुझसे मेरी न्यारी लाइफलाइन|

 

47)न हो परेशां इसलिए नहीं की,कुछ बातें मैनें शेयर 

बहन ने पकड़ ली लगा दिमाग, भाई की फिर भी की केयर|

 

48)घर के बागो-बहारां की,थी बहन सुंदर तितली 

यूँ बीच डगर जाएगी छोड़,बिलकुल भी खबर न चली|

 

बहन की स्मृति में कोमल रचनाएँ 

 

49)दुनिया ने नाम दिया था, उन्हें बहन का रिश्ते के लिए  

सबसे बेशकीमती नगीना थी,किसी भी भाई के जीवन के लिए| 

 

50) गोद में मुझे ले खूब खिलाती थी,

वो मेरी अग्रजा प्यारी 

भाई में बेटे का स्नेह लिए हुई थी,

सबसे ज्यादा बहना न्यारी|

 

51)देख चेहरे की मायूसी

सिर्फ एक बहन समझ जाती है 

क्या खायेगा बता,कह 

भाई का मन शांत सा कर जाती हैं|

 

52)गर्मियों की छुटियों में दीदी का आना 

ढेर सारे उपहार सबके लिए ले कर आना 

चुपके से मैं देखा करता था,उनके पर्स की ओर

बहन अलग से देती,भाई को बहुत कुछ ओर| 

 

53)दुनिया भर में कोई नहीं ऐसी जगह,

ममता भरा दें सुकून 

कब तक सब से झूझता रहूँगा,

बहन बढाती थी हर पल जूनून|

 

54)गहन तमस में एक जुगनू,

जैसे हमदम बन चमकता है 

भाई के जीवन के अंधेरों में, 

बहन का प्यार वैसा ही दिखता हैं|

 

55)अपने से पहले हमेशा,

 भाई की करती थी जो फिक्र

भाई का मन रहता बाद में बहुत ही उदास,

नहीं अब बेफिक्र|  

 

56)बचपन की शरारतें और छुपन-छुपाई 

जरा सी बात पर रूठने-मनाने की लड़ाई 

चाकलेट मेरे चुपके से खाने पर नकली गुस्सा 

बहन के अलावा,नहीं को कर सकता,है सच्चाई| 

 

57)बहनें होती हैं, सुर्ख गुलाबों की महक लिए 

काँटों को भी संग-साथ, रखने का हुनर लिए

अरे!,मेरे रहते इतनी उदासी,क्या है बात भाई 

लो अब लाख छुपा लो,पकड़ लेती है अपनी माँ-जाई| 

 

58)जिन घरों में बहन नहीं होती है 

एक अधूरेपन की झलक दिखती है 

खिलखिलाहट उसकी जब गूंजती है

जन्नत की चाह किसे फिर होती है| 

 

59)ममता की सुंदर मिसाल तुम हो दीदी 

कब क्या चाहिए,कैसे खुद जान लेती हो 

बिन कहे बचा अपना, पाकेट मनी देती हो

शब्द हुए निशब्द,तुम रब से मिलती जुलती हो| 

 

60)बहन के रहते रसोई खुली रहती है 

व्यजनों की भरमार बनी रहा करती है 

उलाहना भी खूब देती मौके-बेमौके पर 

सच में आपके बाद रसोई बंद रहती है|

 

प्रिय बहन के लिए प्यारी शायरी

 

61)नयी स्कूटी तो बना एक सिर्फ बहाना था 

बहन को अपने भाई को कुछ खिलाना था

गोलगप्पे मुझे पसंद हैं बहुत ज्यादा,जानती हैं 

चाट,भल्ले तो साथ में मिलेंगे ही,दिल जानता था| 

 

62)भाई शब्द सुन,यकायक चौंक सा जाता हूँ 

बहन तो है नहीं फिर क्यों उन्हें याद करता हूँ  

यूँ अचानक पीछे से धप्प लगा प्यार जताना 

उफ़्फ़! यह तो बहन ही होंगी,बखूबी जानता हूँ| 

 

63)आँखों को गोल-गोल, जब वो घूमाती है

कभी नाक तो कभी मुँह, इधर उधर दिखाती है

इशारों-इशारों में कुछ-कुछ, बताना भी चाहती है 

यह बहन ही है जो पापा की मार से बचाती है|

 

 

64)बहन से खुल कर,

जज्बात तमाम बयाअपने कर सकते हैं  

बुला ले रब पहले ही तो,

फिर शिकायत किसे कब कर सकते हैं|

 

 

65)बहन पर लिखने जब, शायरी की बात आई

जज्बातों ने प्यार भरी,शब्दों की बात तब सुझाई 

दिल का यह पवित्र रिश्ता,जन्म से है जुड़ जाता 

ताउम्र भले ही हो दूरी,दिल में जगह अपनी है बनाता|

बहन की याद में शायरी बहुत दिल से मन से लिखी 65 कविताएँ है|इस काव्य संग्रह को पढ़िएगा जरुर|बहन की स्मृति में रचनाएँ एक सुंदर प्यार की अभिव्यक्ति है|बहन के साथ एक बहुत ही पवित्र और दिल का रिश्ता होता है|दिल कहता है कि काश एक बार अचानक से आ जाएँ| 

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