बड़ी बहना पर शायरी लिखना मेरे लिए बेहद सौभाग्य की बात है। जो ताउम्र माँ का एहसास कराए और करुणामय रहे,बड़ी बहन तो वह ही कहलाती है| बड़ी दीदी पर शायरी लिखना एक बेहद खूबसूरत अहसास है|माँ के बाद बड़ी बहन में ही ममता का रूप दिखाई देता है|उनके आँचल के तले एक सुकून छोटे भाई बहन हमेशा महसूस करते हैं|
आप भी यदि अपनी बड़ी दीदी पर रचनाएं पढ़ कर उनको समर्पित करना चाहते हैं तो मेरा ब्लॉग आप ही के लिए है।
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बड़ी बहना के लिए बधाई सन्देश | 43 खूबसूरत रचनाएँ
चलिए, बड़ी बहना पर शायरी पढ़ना शुरू करते हैं –
1)एक अनोखा प्यारा सा सुंदर बंधन,
हमेशा बड़ी बहन का
दिल से करते तुम्हें प्रणाम,
ख़ुशबू से महकते पवित्र चंदन का।
2)ख़ुशनसीब होते है वो घर,
जिसमें मिलती बड़ी बहन की ठंडी छत्रछाया
छोटे भाई-बहन सदा रहते मस्त,
क्यूँकि उनके ऊपर रहता एक स्नेहिल मधुर साया।
3)माँ की जब भी याद सताए,
आँखें यूँ भर-भर आती हैं
बड़ी बहन लगा सीने से,
वही प्यारा अहसास कराती हैं।
4)दूरियाँ कहीं रिश्तों में ढील न बन जाए,
बड़ी बहन ये समझती है
कितनी भी रहती हो व्यस्त चाहे,
एक बार फ़ोन से हालचाल पूछती है।
5)मन कभी-कभी उदास हो थोड़ा,
जब उचट सा बस जाता है
न जाने इतनी दूर रहने पर भी,
बड़ी बहन को कैसे पता चल जाता है।
6)बचपन की बातें रह-रह कर,
याद करें बड़ी बहना को
मुझे डाँट न पड़े ख़ुद अपने ऊपर,
हर ग़लती ले लेने को।
7)बिन कहे जो ख़ुद ही,
दिल की बात समझे दिन रैना
कोई ओर नहीं वो है,
वो तो है हमारी प्यारी बड़ी बहना।
8)बदलते वक़्त के साथ देखे,
बहुत बदलते हुए रिश्ते
बड़ी बहन ने नहीं बदलने दिया,
किसी भी हालात में ये रिश्ते।
9)बड़ी बहन के हाथों से बँधे,
ये मज़बूत स्नेह तार कलाई पर
मुसीबतें टल जाती हैं अक्सर,
ख़ुद ही मुझ तक आने पर।
10)बड़ी बहन मेरी है,
जिसमें ख़ुशियों से है भरा ख़ज़ाना
ख़ुशनुमा माहौल रहता है घर में,
फ़िज़ाएँ गाए मीठा गाना।
11)दुःखों में कैसे है मुस्कुराना,
बड़ी बहन बता देती है
चेहरे के भाव पढ़ ख़ुद ही,
सब कुछ पता लगा लेती है।
12)बचपन का समय रहता है,
कितना खासमख़ास
भाई बहन के झगड़े-प्यार से भरे,
होते है दिन और रात।
13)चाँद सी है शीतलता
और तारों की चमचमाहट
बड़ी बहन के प्यार में होती है,
अपनेपन की गरमाहट।
14)काश!ज़माने के रीति-रिवाज में,
हो कुछ बदलाव
बड़ी बहन का मिलता रहे,
ताउम्र प्यारा सा साथ|
15)माँ की ममता जैसी दिखाती,
करुणा व दुलार
बड़ी बहन में ही है मिलता,
बस माँ जैसा ही प्यार।
बड़ी बहना पर कविताएँ
16)बड़ी बहन हैं न,कभी कभी ग़लती पर
लगा देती है फटकार
ये अधिकार की बात है,
भला कौन करेगा उस जैसा भी प्यार।
17)तमस् में जुगनू की हल्की चमक,
भर दें मन में आशा ज्यूँ
ठीक वैसे बड़ी बहन उदासी में,
कर देती उजाला दिल में यूँ।
18)बारिश की पहली बूँदो से,
हो जाती है धरा प्रफुल्लित जैसे
बड़ी बहन के आते घर में,
सब हो जाते उल्लासित ठीक वैसे।
19)जीवन में नवकोंपल सी,
नवतरंग की उमंग जगा देती है
ये बड़ी बहन की उपस्थिति ही,
हर ओर सुरमयी जादू सा बिखेर देती है।
20)सात सुरों की सप्तक से उपजा,
संगीत ही करता सबको मोहित
घर भर को बांधे रखे बड़ी बहन,
है बेहद सम्मानित व शोभित।
21)हर लम्हा जो गुज़रता,
बड़ी बहन के सान्निध्य में लगता प्यारा
हवाओं में महकती फ़िज़ाएँ,
बाग़ों-बहाराँ में दिखता सब कुछ न्यारा।
22)अँधेरे में ख़ुद डरती बहुत,
पर हमारी हिम्मत बनाए रखती बड़ी बहना
अविरल निर्मल आबशार बन,
सदा ऐसे ही आप निडर रहना।
23)बड़ी बहन से मिलने में,
समय कभी नहीं होता मोहताज
बस जब मन किया फ़ोन घुमाया,
कर ली अपने दिल की बात।
24)छोटे बहन भाइयों की ख़ुशियों के लिए,
हरदम रहती है जो तैयार
ईश्वर तुम कितने अच्छे हो,धरा पर भेजा बड़ी बहन को,
देने को अपना प्यार।
25)रक्षाबंधन का है करता हर कोई भाई,
कितनी बेसब्री से इंतज़ार
इस दिन बड़ी बहन आती ज़रूर क्यूँकि वो भी
मिलने को रहती बेक़रार।
26)देख अचानक बड़ी बहन को,
गर्मी की तपिश भी लगती एकदम ठंडी ब्यार
बस ये जन्म के रिश्ते होते अनमोल,
शब्दों में बताए कैसे,करें कैसे कोई इकरार।
27)अदब-क़ायदा देख बड़ी बहन को,
आ जाता ख़ुद ही अपने आप
ज़माने अब भी चाहे कितना गया बदल,
इस रिश्ते की न बदली मिठास।
28)दुख में सुरक्षित ढाल बन,
सलाह देती बन मेरी ग़मगुसार
बड़ी बहन हैं जिनके पास,दुःख भी जाए भाग,
देख उनका अप्रतिम प्यार।
(ग़मगुसार=गम को हरने वाली)
29)दुनिया भर के रिश्तों में,
सबसे ख़ूबसूरत रिश्ता है बड़ी बहन का
चाहे छोटे बहन भाई जाए रुठ,
हँस कर दे कर वैसा,है जादू बड़ी बहन का|
30)बड़ी बहन के होने से पास रहता,
एक निहायत हसीन सुकून
हिम्मत नहीं हारना,
रखना हमेशा अपने पास जीत जीतने का ज़ुनून।
बड़ी बहन की तारीफ पर status
31)वो दिन हो जाते हैं
बहुत ही ख़ास
घर में सब भाई बहन
मिलने आते अपने पास
हँसी ठहाकें गूँजते घर के
हर एक कोने में
बड़ी बहन के साथ बीते लम्हे
बस ख़ुश होने में।
32)अनुराग निस्वार्थ प्यार की,
आप सुंदर मिसाल हो
वक़्त-बेवक्त बन रहगुज़र,
दिखती एक सिपहसलार हो
क्षितिज के उस पार दूर,
जब आसमं में मद्धिम रोशनी छा जाए
भोर की सुनहरी किरणों में,
बड़ी बहन दिखती आशा की आसपुकार हो।
33)बचपन से अब तक के जीवन में,
जब महसूस हो कोई दर्द
काँधे पर एक मज़बूत हाथ का,
हौले से होता सहलाता स्पर्श
माँ नहीं है तो क्या हुआ,
दिल छोटा नहीं किया करते ऐ-मेरे भाई
मैं हूँ न तुम्हारी बड़ी बहन,मिलजुल निकालेंगे हल ,
साथ हैं न अपने साईं।
34)बड़ी बहन को है देता आया भाई,
हमेशा ही मान-सम्मान
माँ जैसा दर्जा उसका और वैसी ही है रखती
वो भी अपनी शान
मुसीबत जब भी बहन पर आए,
भाई संग खड़ा दिखता ले अपनी आन बान
जान भी न्योछावर तुझ पर मेरी बहना,
चाहे संकट में पड़े मेरे प्राण।
35)कभी ग़ुस्से में कही बातों को,
दिल से न लगा कर रखना
छोटे होते हुए पता नहीं होता,
रहना पड़ेगा जीवन में बिन बहना
ससुराल में बन रहो सदा रानी,
माने सभी तुम्हारा हमेशा कहना
मेरी शैतानियों को माफ़ कर देना,
छोटा समझ बस सब माफ़ कर देना।
बड़ी दीदी के लिए रचनाएँ
36)पल पल बदलते रिश्ते,
ज़माने का हुआ कुछ ऐसा अब दस्तूर
पल में तौला पल में माशा,
ज़रा सी बात पर टूटे हो जाते एकदम दूर
बड़ी बहन का रिश्ता सबसे पवित्र व मज़बूत,
न आती कभी कोई कड़वाहट
ग़लती पर डाँटे और फिर प्यार से समझाने का
रहता वही तरीक़ा बादस्तूर।
37)यूँ धार्मिक कर्मकांडों पर नहीं,
मुझे बिल्कुल भी यक़ीन
घर में हो जब ख़ुशहाली,
मंदिर की भावना प्रज्वलित दिखतीं यहीं
माँ -पापा हैं जीवित भगवान इस धरा पर,
बात है बिल्कुल सही
बड़ी बहन उनके बाद उनकी जगह ले लेती ख़ुद ही,
होता है यही।
38)पूरी दुनिया जहाँ में,
सबसे सुंदर रिश्ता ये होता है
बड़ी बहन का दिल सदा मायके से,
अपनेआप ही जुड़ा होता है
छोटे बहन भाई पर, ज़रा सी
खरोंच भी नहीं होती बर्दाश्त
दिल में उनके लिए प्यार का,
एक ख़ास मुक़ाम जो होता है।
39)बचपन में काश यूँ न कभी मैंने,
कभी कुछ कहा होता
लड़ाई होने पर जाओ चली जाओ,
इस घर से न बोला होता
विदाई पर अपने कहे शब्द ही चुभते है,
बहुत ज़्यादा भाई को
दिल भारी करके अपनी बड़ी बहन का,
यूँ न काश कहा होता।
40)बीमार क्या ज़रा सा
भाई या कोई छोटी बहन हो जाए
बड़ी बहन की पूजा पाठ का वक़्त,
बहुत बढ़ जाया करता है
डॉक्टर समझते है कि उनकी दवाई,
काम कर गयी बड़ी जल्दी
असल में ये बहनों की दुआओं के,
चमत्कार का असर हुआ करता है।
41)माना शादी हो अपनी ससुराल,
चली गई और वही हैं उनको रहना
घर संसार दुनिया के रीति रिवाजों से,
अब वही हैं सब करना
पर दिल हक़ीक़त जानता है बख़ूबी,
कि वो दिल में हमारी बसती है
बड़ी बहन तो मायके से सदा,
प्यार की डोर से बंधी रहती है।
42)सोचता हूँ क्या सोच,
खुदा ने रिश्ते बनाए होंगे
किस को किस घर में,
भेजने की जुगत लगाई होगी
मुझे अच्छा है लगता मेरे घर पर,
उसकी मेहरबानी रही होगी
बड़ी बहन के रूप में उसने,
ममता की मूरत सजाईं होगी।
43)मुझे नाज़ है कि मेरे घर में,
प्यारी सी है एक बहना
बड़ी बहन कहता ज़माना,
मेरे दिल का ख़ूबसूरत नगीना
घर की बगिया रहती हर वक्त
महकी महकी सी मानों चंदन
लोग अचरज में वाह वाह करते और संग कहते,
क्या कहना क्या कहना।
बड़ी बहना पर शायरी से उम्मीद है कि आपको मेरे ब्लॉग पढ़ने के बाद अपनी बड़ी बहना के लिए प्यार भरी शायरी लिखने के लिए ideas ज़रूर आ गये होंगे। अपनी बड़ी दीदी के लिए रचनाएँ ज़रूर समर्पित कीजिये।
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रास्ता था लम्बा, मुश्किलें थी क्रूर
दिल में लेकिन मशाल जला कर चली आयी मैं इतनी दूर।