माँ के लिए क्या करें जब वह उदास हों,यह सोचना किसी भी माँ के लिए गर्व से भरा क्षण होगा कि उसके उदास होने मात्र से बच्चा उन्हें फिर से खुश होते हुए देखना चाहता है।माँ के रूप में व् एक बेटी के रूप में इन अनुभवों से गुजरी हूँ उन्हें यह आपके संग साँझा कर रही हूँ।

 माँ के लिए क्या करें जब वह उदास हों

माँ के लिए क्या करें जब वह उदास हों,प्रेम भरे फूलों से उनके हृदय को छुएं और फिर हर समां खुशनुमा हों 

 

माँ  के लिए क्या करें जब वह उदास हों पर 63 अनूठे उपाय 

 

1.

माँ आप दुनिया की सबसे बेस्ट माँ हैं

माँ के गले में बांहें डाल प्यार से कहें कि आप दुनिया की बेस्ट माँ हैं और आपके चेहरे पर न, यह उदासी बिलकुल भी सूट नहीं करती।मेरी मम्मा तो बस मुस्कुराती हुई ही अच्छी लगती हैं।जरा थोड़ा सा हंस दो न।माँ की उदासी एकदम से मुस्कान में बदल जाएगी यह सोच कर कि उनके बच्चे उनका कितना ध्यान रखते हैं।

 

2.

माँ से पूछे कि उन्हें क्या परेशानी है

आप की माँ हैं तो आप सीधे-सीधे उनसें पूछ सकते हैं कि उन्हें आखिर क्या परेशानी है जो उनके रुखसार पर उदासी को ले आई।माँ हो सकता है उस समय न बताएं पर आपकी परवाह दिखाना उन्हें जरुर सुकून देंगा।कुछ देर में वह खुद ही आप से मन की पीड़ा को व्यक्त करें।

 

3.

ज़ोर से गले लगाएँ

माँ सुस्त नज़र आ रही हों तो उन्हें जोर से गले लगायें जैसे वह आपके उदास होने पर लाड-प्यार दिखाती हैं।मुझे इस समय कुछ भी अच्छा नहीं लग रहा है क्योंकि मुझ से अपनी मम्मी की उदासी बर्दाश्त नहीं हो पा रही है।माँ अपने बच्चे को परेशां नहीं देख सकती हैं तो बस वह मुस्कुरा देंगी।

 

4.

माँ के साथ समय बिताएं  

माँ के साथ ऐसे में समय बिताना और साथ-साथ रहना जरुरी है।कई बार कुछ कहने सुनने की जरूरत नहीं होती है सिर्फ संग साथ से माँ की उदासी दूर हो जाती है।बच्चों के अपने काम में व्यस्त होने पर माँ को उदसी घेर  लेती है।ऐसे में साथ बैठने से बात करने से भी माँ फिर से खुश दिखाई देंगी। 

 

5.

धैर्य से माँ की परेशानी सुनें

माँ को किसी तरह की कोई अपेक्षा नहीं होती है,सिर्फ आप उनके पास है और उनकी परेशानी को समझ रहें हैं यही ख्याल करना बेहद पसंद है।किसी चीज़ की नहीं बस कई बार लफ़्ज़ों की मीठी बोली ही काम कर जाती है।ऐसे में प्यार के दो शब्द जादू सा असर डालते हैं।माँ से सिर्फ उनका हाल चाल पूछिए,उन्हें अच्छा लगेगा।

 

6.

हस्तलिखित भावुक पत्र लिखें

पहले ज़माने में लिखे हुए खतों का जिक्र आज भी होता है और उनमें छिपे हुए गहरे हृदय के भावों का भी।बस कलम उठाइए और दिल के जज्बात माँ के लिए लिख डालिए।माँ की उदासी तो हटेगी ही साथ ही उनके रुखसार पर प्रेम भरे आंसुओं की एक झलक भी होगी।बस माँ को फिर से हैप्पी पाइए।

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7.

उनसे बात करते रहिए

बच्चे बड़े क्या हो जाते है घर की रौनक मानों कम हो जाती है क्योंकि सब अपने अपने कार्यों में अतिव्यस्त जो दिखते हैं।माँ से थोड़ी-थोड़ी देर में आते-जाते कभी बीच में कुछ मिनट निकाल कर बात करते रहिए,इससे माँ को यह नहीं लगेगा कि अब तो बच्चे अपनी दुनिया में ही मग्न रहते हैं।

 

8.

घर में ख़ुशी वाला माहौल बनाएं 

घर में सबके होते हुए भी कई बार एक सूनापन और जरूरत से ज्यादा शांति दिखती है जो माँ को बहुत ज्यादा अखरती है।नाश्ते पर,दोपहर के खाने पर या फिर रात्रि भोज के बाद दिन भर की बातें एक दूसरे से शेयर करें,आपस में मस्ती करें और एक दूजे का साथ खुशनुमा बनाएं।

 

9.

 माँ के अंदर की चुलबुली लड़की को बाहर निकालिए

माँ जो स्वभाव से बेहद खुशमिजाज महिला हैं और हमेशा मुस्कुराहट उनके चेहरे पर रहती है।घर-गृहस्थी के कामों में घिर कर वह अब थोड़ा सीरियस सी होती जा रही हैं।माँ से मजाक मस्ती करिए उनकी दोस्त बन कर और फिर उनके अंदर की वही चुलबुली लड़की को निकालिए।

 

10.

आपने यदि कोई गलती की हो तो दिल से माफ़ी माँगे

यदि आपको लगता है कि आपके किसी कार्य या आचरण से माँ उदास है तो बिना वक्त जाया किये दिल से माँ से माफ़ी मांगे और प्रण करें कि आगे भी कभी आप उस गलती को दोहराएंगे नहीं।आपने यदि कोई गलती की हो तो दिल से माफ़ी माँगे।दुनिया में माँ की अदालत में ही सिर्फ माफ़ी मिलती है।

 

11.

आप बहुत मज़बूत हैं

माँ से बहुत सहानुभूतिपूर्वक तरीके से बात करें और आभार जताए और संग में उन्हें यह भी बताएं कि वह  बहुत मजबूत है और उनकी परवरिश से ही आप जीवन में आगे बढ़ पा रहे हैं।आप उदास मत होइए और मजबूती से हिम्मत रखिए।उदासी से नहीं अपनी इच्छाशक्ति से उदासी को दूर करिए।माँ को होंसला महसूस होगा।

 

12.

घर में किसी रिश्तेदार के हस्तक्षेप से परेशान न हों

यह देखना भी बहुत जरुरी है कि किसी रिश्तेदार के अनावश्यक हस्तक्षेप से तो माँ का हृदय घायल हुआ हो और उस रिश्तेदार को वह कुछ कह भी नहीं पा रही हों।पता लगाइए और यदि ऐसा है तो आप आगे बढ़ कर उन्हें यह साफ़ सन्देश दें कि आप अपनी माँ के खिलाफ कुछ नहीं सुनेगे।

 

13.

माँ आप स्वयं को अकेले न समझें

माँ से बातचीत में उन्हें यह विश्वास दिलाएं कि किसी भी परिस्थिति में वह बिलकुल भी अकेली नहीं है आप मजबूती से उनके साथ है।अकेलापन स्वयं में एक बीमारी है जहाँ न चाहते हुए भी उदासी आ जाती है।माँ के पास है यह अपने अंदाज़ में जाहिर करें और साथ दिखाई भी दें।

 

14.

माँ आपकी भावना को किसी ने चोट पहुँचाई है क्या

माँ जोकि बेहद सवेंदनशील और मितभाषी हैं।दुःख को न बतायेंगी और न ही जाहिर करेंगी बस अगर उनकी भावनाओं को अगर चोट पहुंची हैं तो चुप हो जाएँगी जो उनकी सेहत के लिए बिलकुल भी ठीक नहीं है।माँ से आगे बढ़ कर पूछिए और जानिए कि उनकी भावना को किसी ने चोट तो नहीं पहुंचाई है।

 

15.

माँ की चिंताओं के बारे में बात करें

माँ की अपनी बहुत सारी चिंताएं हो सकती है क्योंकि सब के बारें में बहुत सोचती हैं।कहीं घर में कोई बीमार तो नहीं है,घर के बड़ों ने तो कुछ नहीं कमेंट कर दिया हो,पास पड़ोस में कोई दुखद घटना से भी उदास हो सकती हैं,प्रेम से जानने की कोशिश करे व् उससे उनका ध्यान हटाने का प्रयास भी।

16.

माँ आप को आराम की ज़रूरत है

माँ जब उदास हों तो हो सकता है कि वह लगातार काम की अधिकता से भी थक गयी हों तो ऐसे में उन्हें आराम की सख्त जरूरत है।वह खुद नहीं कहेंगी क्योंकि उनके सामने अनगिनत काम जो दिखते रहते हैं तो ऐसे में आप को यह काम करना है कि माँ को प्यार से आराम करने के लिए ले  जाएँ।

 

17.

घर के माहौल में जीवंतता लाएँ

घर में कई बार सब के अधिक व्यस्त होने की वजह से भी एक सूनापन और विरक्ति सी दिखने लगती हैं।घर में एक जीवंतता का माहौल बनाइए ताकि सभी लोग अपने घर को जन्नत बना कर प्रयत्न करेंगे।आप स्वयं भी कोशिश करें कि सब से बातचीत करते रहें।घर के माहौल का माँ पर भी असर आएगा।

 

माँ की उदासी को दूर करने के सरल तरीके

18.

उन्हें बेवक़्त फ़ोन करें

माँ को ऐसे में तयशुदा समय के अलावा भी फ़ोन करें,ऐसा करके माँ को हैरानी होगी और वह समझ जाएँगी कि आप उनके उदास होने की वजह से खुद भी इस समय डिस्टर्ब हैं और ऐसा तो माँ कभी भी नहीं चाहेगी कि उनके बच्चों की उदासी का कारण वह हों,वह स्वयं को संभालने की कोशिश करेंगीउन्हें बेवक़्त फ़ोन करें।

 

19.

व्हाट्सएप्प पर व्यक्तिगत रूप से संदेश भेंजें

माँ जब उदास हो तो आप उन्हें उनके व्यक्तिगत व्हाट्सएप्प पर उनके हाल चाल पूछते हुए एक अच्छा सा,दिल को भाने वाला सन्देश भेज सकते है जिसमें कोई स्माइल करती हुई इमोजी भी भेज सकते हैं और जिसे देख कर माँ के चेहरे पर मुस्कान आ जाएँ ,बस आपका काम आसां हुआ,माँ की उदासी दूर हुई।

 

20.

माँ के लिए प्यार भरी शायरी लिखिए

आप अगर लिखने का शौक रखते हैं तो माँ के लिए दिल से प्यार भरी एक शायरी या कविता लिखिए और सुंदर से कार्ड में सजा कर उनके कमरे में,उनके बिस्तर पर या किसी ऐसी जगह पर रखिए जहाँ माँ रोज देखती ही हैं ताकि उनकी नजर स्वयं ही वहां जाएँ।माँ के चेहरे पर आते हुए प्यारे से भाव को देखिये।

 

21.

छोटी-छोटी बातों का ख्याल रखें 

माँ को बड़ी-बड़ी बातें नहीं छोटी-छोटी बातें दिल को छू जाती हैं जैसे-सीढियों पर चढ़ते हुए उनका हाथ थाम लेना,जहाँ बैठी है एक तकिया उनकी पीठ के पीछे लाकर रख देना,उनके हाथों को हाथ में लेकर अपने सर पर रखना आदि।ऐसे में माँ कैसे उदास रहेंगी।

 

22.

धैर्य से माँ की परेशानी सुनें

माँ अगर आप से कोई बात शेयर करना चाहे तो उस समय बहुत ही धैर्य से बात को सुनना चाहिए।माँ को समाधान पता है पर वह सिर्फ यह चाहती हैं कि उनकी बात को सुना जाएँ।बहुत बार माँ अपने मन की परशानी को बताना चाहती है कोई उपाय जानना नहीं।

 

23.

असहमत होते हुए भी सहमति जताएँ

माँ जब कभी अपनी कोई बात बताएं तो हो सकता है कि आप उनकी बात से सहमत न हो पर बेहतर होगा कि अपनी असहमति उस समय न दिखाएँ क्योंकि माँ बताना चाह रही हैं आपसे सुनना नहीं। बाद में भले ही आप माँ को मौका देख कर अपना पक्ष रखें।

 

24.

माँ के सपनों के बारें में उत्साह दिखाएं

माँ के कभी अपने सपनें भी थे और बस वक्त की व्य्वस्ताओं में कहीं गुम से हो गए।अब माँ घर की जिम्मेदारी से थोड़ा फ्री हुई हैं तो आप आगे बढ़ कर उनके सुनहरी सपनों का एक हिस्सा बनिए और जो भी सर्वोत्तम प्रयास कर सकते हैं उसे जीजान से करें भी।उत्साह से करें और माँ का उत्साह भी बढ़ाएं। 

 

25.

गहरी साँस लेने को कहें 

माँ को उदास देख कर माँ को बताये कि आप पहले एक लम्बी और गहरी साँस लीजिये और अब आराम से बताएं कि आखिर हुआ क्या है।माँ को लगातार थोड़ी थोड़ी देर में सांसों के इसी क्रम में साँस लेने को उत्साहित करते रहें।माँ रिलैक्स हो जाएँगी।

 

26.

मैडिटेशन 

भारतीय संस्कृति में ध्यान मुद्रा पर हमेशा ही बहुत जोर दिया गया है।यह भी सर्व सत्य और प्रमाणिक हैं कि सदियों से ध्यान द्वारा न सिर्फ दिमागी तौर पर शांत करता है बल्कि बेहतर सोचने की शक्ति भी प्रदान करता है। माँ जब भी उदास हो तो थोड़ी देर ध्यान लगाने को कहें ,उन्हें आराम मिलेगा।

 

27.

योग 

ठीक ध्यान की तरह ही योग का अपना एक बहुत विशेष और प्रमुख स्थान जीवन में रहता है।माँ को लगता है कि सारे दिन वह इधर से उधर घर के कामों में दौड़ती रहती हैं इसलिए उन्हें अलग से योग की जरूरत नहीं है पर योग करना अलग चीज़ है। विशेष मुदाराएँ विशेष प्रयोजन के लिए है जिनके विशेष लाभ रहते हैं,उन्हें प्रेरित करें।

 

28.

पितृसत्तात्मक व्यवस्था में परिवर्तन करने की कोशिश करें

समाज में हर घर में पितृसत्तात्मक व्यवस्था कुछ ऐसी बनी हुई है कि माँ के लख बढ़िया कार्य करने के बाद भी उन्हें तारीफ या उनके लिए प्रशंसा के दो बोल नहीं बोले जाते हैं मानों उनका काम सिर्फ काम करना ही है,उस पर व्यंगात्मक टिप्पणी दिल को आहत करती हैं,इसे चेक करें व् साथ खडें हों।

 

29.

माँ की रूचि को जानें 

माँ की रूचि को जानने की कोशिश करें।जैसे माँ क्या ऐसा करना चाहती थी या चाहती हैं पर कह नहीं पा रही हैं जैसे हो सकता है कि माँ को खाना बनाना पसंद है तो अपनी कुकिंग क्लासेज शुरू करना चाहती हो तो आप उनकी मदद करिए और घर में ही इस के लिए प्रबंध कराने में साथ दें।

 

30.

उनके साथ उनके पसंद का गेम खेले

माँ के साथ कोई समय फिक्स कर सकते हैं ताकि काम से फ्री होकर उनके साथ कोई भी इनडोर गेम्स खेला जाया जा सकता है।इस्ससे एक तो एक नियत समय पर सब साथ हो जायेंगे और दुसर उदासी तो दूर माँ भी उस समय का उत्सुकता से इंतजार करेंगी।

 

31.

उनकी हॉबी में शामिल हों

माँ को हो सकता है कि बुनाई,सिलाई या पेंटिंग करने का शौक हो तो ऐसे में उनके पास बैठ कर अपनी राय भी दीजिये और हो सकें तो कुछ काम भी करा कर उनका कार्य हल्का करें।माँ से उने अनुभवों से आप भी बहुत कुछ सीख सकते हैं और माँ को यह सब बहुत पसंद आएगा और उदासी आने का तो कोई सवाल ही नहीं।

 

32.

पेड़ पौधों को पानी देने में साथ दें 

माँ की अपनी एक छोटी सी बगिया घर में बनी हुई है जिनके प्रति वह पूरी तरह समर्पित हैं और इन की देखभाल की वजह से वह बाहर भी कई बार जाना नहीं चाहती हैं।ऐसे में आप भी माँ के साथ उनके पेड़ पौधों की देख्बह्ल में ध्यान दें ,साथ में पानी दें,उनके लिए नए पौधें लाकर दें।

 

33.

रसोई में मिलकर कुछ बनाएं

माँ का ज्यादातर समय उनकी प्रिय जगह रसोई में बीतता है तो आप भी अपनी पसंदीदा जगह वहीँ बना लीजिये यदि आपको माँ को हमेशा चहकते हुए देखना हैं।माँ संग सब्जियां कटवाएं,सलाद के नए नए सुंदर डिजाईन बनवाएं,खाना लगवाने में मदद करिए।माँ की उदासी तो फिर पास भी नहीं फटकेगी।

 

घर के कामों में हाथ बँटाएँ

माँ के साथ घर के कामों में जब भी समय मिले हाथ  बंटाएं जैसे रसोई में खडें खड़े कोई फल काट सकते हैं,टेबल पर बर्तन लगवाने में मदद कर सकते हैं,रोटी बनवाने में साथ लग सकते हैं और माँ से उनके बांये व्यंजन की रेसिपी पूछ सकते हैं,माँ की उदासी रफूचक्कर हो जाएगीघर के कामों में हाथ बँटाएँ।

 

माँ की उदासी को ख़ुशी में बदलने पर बेहतरीन सुझाव

 

35.

एक छोटा सा उपहार दें

माँ को यूँ कभी भी किसी तोहफे की अपेक्षा नहीं रहती हैं पर आहार आप उनके कुछ भी एक छूता सा उपहार भी देंगे तो निश्चित रूप से उनके दिल को छू जाएगा कि आप उनका कितना ध्यान रखते है और जाहिर करने का तरीका भी सुंदर रखते हैं।यह करके देखिये,माँ की उदासी भाग जाएगी।

 

36.

हेल्थ चेकअप कराएँ

माँ शरीरिक रूप से ठाक ही जाती होंगी क्योंकि उन्हें किसी को काम बताने की आदत ही नहीं है और नतीजा घर के अन्य सदस्यों को भी काम करने की।माँ का हेल्थ चेकअप कराइए और जहाँ भी कुछ इलाज की जरूरत लगे वहां अच्छे डाक्टर से उनका उचित इलाज करवाएं।तन चंगा तो मन भी चंगा रहता है।

 

37.

माँ के खाने पर ध्यान दें 

अमूमन माँ का अपने खाने पर सबसे कम ध्यान होता है। पूरे घर की चिंता उन्हें बहुत है और जो बचेगा उसी से कम हो जाएगा,इसी तरह की सोच के साथ वह खाना खाती है जो ठीक नहीं है।माँ की थाली में भी पौष्टिक आहार हो,दही सलाद,फल आदि होने चाहिए। इसका ध्यान आपको करना है कि माँ पूरे ढंग से खाना खाएं।

38.

उनके योगदान की तारीफ़ करें

कई बार घर के सब लोगों के व्यस्त हो जाने पर माँ को एक एकाकीपन महसूस हो सकता है और यह भी बात मन में आने लगती है कि शायद अब उनकी किसी को जरूरत ही नहीं है।ऐसे में बातचीत में उनके अमूल्य योगदान की तारीफ करें,,उन्हें अहसास कराएँ कि आप के बिना जीवन की कल्पना नहीं हो सकती।

 

39.

बाहर कुछ लेने के बहाने से लें जायें

घर की वाही दिनचर्या रोज रोज में माँ को बोरियत भी हो सकती है।ऐसे में भी माँ थोड़ा उदास सी रहने लग जाती है तो कसी भी चीज़ को लेने या बस बाहर चलते हैं कह कर भी ले जाएँ,उन्हें जरुर अच्छा लगेगा। घर के रूटीन को भी बदलने का प्रयास करें।

 

40.

शॉपिंग करवाने ले जा सकते हैं

अब जब माँ के साथ बाहर आ गाएं हैं तो थोड़ी शौपिंग भी करवा दीजिये ताकि उन्हें ओर भी अच्छा लगे।उनकी पसंद की कोई ड्रेस या कोई पर्स या फिर जो वह काफी समय से खरीदना चाह रही हो वह ले सकते हैं।माँ को शौपिंग करने से नया सा उत्साह भी आ जाएगा और जो भी थोड़ी उदासी मन में होगी वो भी ख़त्म हो जाएगी।

 

 

41.

किसी थियेटर में कोई प्रोग्राम दिखाने के जाएँ

अब शौपिंग भी हो गई तो लगे हाथ पास के थिएटर में कोई लाइव प्ले या डांस देख सकते है या फिर कोई मूवी भी देखी जाई जा सकती है।माँ को हमेशा ही नाटक को देखने का और फिल्मों को देखना अच्छा लगा है तो बस आज यह सब करिए और अपनी जननी को फ्रेश फील कराइए।

 

42.

पसंद के रेस्टोरेंट में लंच/डिनर बाहर करके आएँ

अब इतने अच्छे मूड के बाद माँ क्या घर जाकर खाना बनाएंगी- नहीं न,तो बस किसी अच्छे से रेस्टोरेंट में लंच/डिनर करने के लिए ले जाइए।माँ को ही खाने का आर्डर देने के लिए कहिए और उनकी पसंद की डिशेस का आनंद लें व् माँ की उदासी को भागते हुए देखे भी।

 

43.

कस्टमाइज्ड फ़ोटोज़ फ्रेम बना कर दें

माँ के स्थ जन्म से अब तक के न जाने कितनी यादगार स्मृतियाँ होंगी जो फोटोज के रूप में कैमरे में  समय-समय पर कैद हुई होती हैं।आप उन सब को कस्टमाइज्ड फ़ोटोज़ फ्रेम बना कर माँ को भेंट करिए और उनके चेहरे पर उन पलों को जीने के आनंद में हुए भाव-विभोर को महसूस करिए ।

 

44.

माँ की पसंद के फूलों का गुलदस्ता दें

माँ जो ईश्वर की सबसे अनुपम कृति हैं और ईश्वर द्वारा सुंदर फूलों से उन्हें बेहद मोहब्बत है।माँ के लिए उनकी पसन् के फूलों का एक खूबसूरत सा गुलदस्ता बनवा कर उन्हें प्यार से दें।उसमें कुछ पंक्तियाँ लिख सकते हैं जिनमे माँ के प्रति आभार झलकता हुआ नज़र आएं।

 

45.

माँ की पसंद की  मिठाई ले कर आएं

 माँ के हाथों से बने पकवानों की पूरे परिवार में प्रशंसा होती है और सब उनके द्वारा मिठाइयों को खाने के लिए लालियत रहते हैं।माँ को अगर बना कर खला सकतें है तो इससे बढ़िया क्या होगा पर यदि नहीं बना सकते तो बाजार से खरीद कर लायें और अपने हाथों से खिलाएं।

 

 46.

चाट गोलगप्पे खिलाने को कहें  

घर में माँ के द्वारा बने गोलगप्पों और चटपटी चाट की डिमांड बनी ही रहती है।अब माँ से कैसे कहने क्योंकि वह पहले से ही उदास हैं,पर कह कर देखिये तो,माँ न सिर्फ अपना मूड ठीक कर लेंगी बल्कि उतने ही प्रेम से बनाकर खिलाएँगी ही।यही है माँ का अद्धभुत प्रेम।

 

47.

घर की साफ़ सफ़ाई में साथ दें

सफाई पसंद माँ की उदासी इस बात से हो जाएगी अगर घर को गन्दा किया तो। माँ पूरे दिन अपने आशियाने को चमकाने में,नए नए तरीके से सजाने में,एक अलग लुक देने में लग जाता है और ऐसे में यदि कोई ख़राब करता है तो माँ को गुस्सा भी आता है और उदासी भी।कोशिश करें की साथ दें सजाने में।

 

48.

माँ को दिन में आराम मिले,ऐसा प्रबंध करें

माँ को आराम मिले ऐसा सोचना और इसके लिए प्रबंध करना आपकी जिम्मेदारी है,इसे पूरे दिल से ध्यान दें क्योंकि माँ की थकान बीमारी में भी बदल सकती है जो बिलकुल भी ठीक नहीं है।सब सदस्य समय से खाना खाएं और अपनी अपनी व्यवस्ता को इसमें आड़े न आने दें।माँ के लिए आराम जरुरी है।

 

49.

उनकी पसंद की कोई डिश बनाएँ

बचपन से अब तक आप माँ से अपनी पसंद की कोई भी डिश बनवा कर खाने का स्वाद लेते हैं पर कभी खुद माँ की पसंद की कोई डिश खुद से बना कर खिलाई,नहीं,गलत बात है। आज रसोई में खुद से बना कर माँ को खिअल्यें और साथ में जीभर के गप्पे भी लगाएं।

 

50.

प्रोटीन युक्त नाश्ता बना कर खिलाएँ

माँ के नाश्ते में ध्यान दें कि माँ स्वयं भी प्रोटीन युक्त नाश्ता करती भी है या नहीं।मूड बेहतर बनाने के लिए,स्वस्थ शरीर के लिए यह बहुत अहम् है।अंकुरित दालें,जूस,बेसन का चीला,पोहा,मूंग दाल,दलिया आदि को नाश्ते में माँ को लेने की आदत डलवाएं।

 

51.

माँ के लिए उनकी पसंद की चाय बना कर दें

माँ अगर उदास हों तो आप उनकी पसंद की अदरक वाली चाय बना कर अच्छी सी क्राकरी में डालकर दें।चाय मूड को बेहतर करने में चाय की भूमिका बहुत अहम् रहती है।चाय के अलग अलग फ्लेवर बाजार में मिलते हैं तो आप कुछ अलग स्वाद को भी ट्राई कर सकते हो।

माँ को कैसे उदासी से दूर रखें पर अनमोल विचार

 

52.

माँ को आत्मनिर्भर होने में पूरा सहयोग दें

माँ के शौक को एक व्यवसाय का रूप देकर अप माँ को आत्म-निर्भर होने में अपना पूरा सहयोग देकर उनकी जिंदगी में एक नयी दिशा दे सकते हैं।माँ को जब अपनी कमी मिलेगी तो यह उनमें एक उर्जा और उमंग को बनाएगी जो उन्हें कभी उदास होने ही नहीं देगी।

 

53.

बहसबाजी न करें

घर में जब कोई चर्चा होती है तो वह बहसबाजी में बदल जाती है जिसकी वजह से आप अनजाने में या कोई ओर सदस्य उन्हें उदास कर देता है।घर में आपस में डिस्कशन तो होते रहने चाहिए पर तीखी बहसबाजी में नहीं बदलने चाहिए।आप को इस बात का ध्यान रखना होगा।

 

54.

अपनी कोई लेटेस्ट सफलता बताएँ

माँ को अपनी किसी हाल में मिली सफलता को बताएं और सच में माँ चाहे किसी भी वजह से उदास हुई हों पर एकदम से खुश होकर सारी डिटेल्स लेने में रूचि दिखाएंगी।माँ के लिए आपकी सफलता उनकी अपनी निजी अचिएमेंट ही है। बरसों की उनकी मेहनत और तपस्या का फल है।

 

55.

बहन भाइयों की पढाई में अपनी रूचि दिखाएँ 

माँ को यह बात सबसे अच्छी लगती है जब बड़े बहन भाई  अपने छोटे के प्रति दायित्व समझते हुए उनकी पढाई या उनके कैरिएर में सहयोग देते हैं।आप का अनुभव उनसे ज्यदा है  तो आप बेहतर सलाह डे कर उनका मार्ग प्रशस्त कर सकते हैं।माँ को उदासी फिर कहाँ से आएँगी।

 

57.

घर पर मिलकर अन्ताक्षरी खेल सकते हैं

घर पर कभी कभी रात के खाने के बाद मिलकर किसी छुट्टी के दिन अन्ताक्षरी खेल सकते हैं।शहरीकरण में छतों पर बैठद कर चाँद को निहारना,गप्पे लगाना,फ़िल्मी गानों पर अन्ताक्षरी खेलना पुराने समय की बात सी हो गई हैं।माँ उदास है तो सबके साथ मिल कर प्लान करें आज ही।

 

58.

माँ की सहेलियों के साथ सरप्राइज पार्टी करें

माँ को अपनी सहेलियों से बातें करना अच्छा लगता है।अपने मन की बातें वह शेयर करती है और सलाह व् संधान भी उनको वहीँ से मिलते हैं। माँ जब उदास हों तो उनकी खास सहेलियों को एक सरप्राइज पार्टी कह बुला सकते है और माँ को हँसता हुआ देख्रें।

 

59.

नेगेटिव लोगों की संगति से दूर रहने की सलाह दें

घर परिवार कोई रिश्तेदार,कोई आस पडोसी हो सकते हैं जो माँ को हमेशा नेगेटिव बनाने का काम करते रहते हैं।माँ चाह कर भी उनसे दूर नहीं हो सकती या नहीं दिखा सकती क्योंकि नजदीकी रिश्तेदारी निभाने का एक दवाब उन पर बना ही रहता है।

 

60.

सकारात्मक लोगों के ग्रुप को जॉइन करवा सकते हैं

माँ को ऐसे ग्रुप में शामिल करवा सकते हैं जहन सकारात्मक लोगों का समूह सामाजिक कल्याण की बातें करते हो और जीवन में गरीब लोगों के उत्थान के लिए दिनरात कार्यरत भी।माँ जब ऐसे समूह में जाएँगी तो उनकी उदासी तो दूर होगी ही बल्कि उनके जीवन में बहुत ज्यादा उत्साह और प्रफुल्लता भी आ जाएगी।

 

61.

माँ को प्रेरक किताबें लाकर दें

माँ को पढने की बहुत शौक़ीन रही हैं। माँ को कुक्क प्रेरक किताबें ला कर दें ताकि उन सब किताबों को पढ़ कर उनमें एक जोश और जीवन के प्रति उदासीनता दूर होकर कुछ करने की प्रेरणा जाग जाएँ।शब्दों में बहुत ताकत होती हैकिसी के भी नजरिये को बदलने की और कई बार एक छोटा सा विचार जीवन में बड़े बदलाव ले आता है।

 

62.

ऑनलाइन दुनिया से परिचित करवायें

माँ के समय में ऑनलाइन पढ़ी नहीं थी और अब इस्ज्के बिना काम नहीं चलता है। माँ के साथ कुछ समय देकर उन्हें ऑनलाइन दुनिया से परिचित कराइए और सोशल मीडिया का एक हिस्सा भी। पने पुराने लोगों से मिलकर उन्हें अच्छा ही लगेगा और समय ही नहीं होगा उदास होने का।

 

63.

ऑनलाइन शॉपिंग करना सिखाएँ

अब जब ऑनलाइन से उनका नाता जुड़ ही गया है तो उन्हें इसकी ऑनलाइन शौपिंग भी सिखा दीजिये ताकि घर बैठे वह अपनी जरूरतों और पसंद की चीजों को मंगवा सकें।समय कब बीत जाएगा माँ को खुद ही हैरानी होगी और ख़ुशी भी। एक नया सा आत्म- संतोष भी उन्हें महसूस होगा।

माँ के लिए क्या करें जब वह उदास हों पर 63 अनमोल तरीकों से बताने की कोशिश की है।माँ की उदासी को दूर करने के नायाब उपाय पढ़िए और जननी संग अपनाइए भी जरुर।COMMENT BOX में अपनी बहुमूल्य राय भी दीजिये।