रिश्तों के अपनेपन पर शायरी,खूबसूरत अल्फ़ाज़ों से भरी मानों रंगों की अद्भुत सी पिचकारी

रिश्तों के अपनेपन पर शायरी,सच तो यह है कि हर कोई अपनापन चाहता तो है पर इसे जताने,बताने और गहराई से महसूस करने का वक्त किसी के पास नहीं हैं। जीवन एक बसंत की तरह बीते,इसके लिए थोड़ा समय दीजिए ख़ुद को,अपनों को और उनके लिए प्यार भरे अपनेपन को ताकि जीवन का सफ़र सुहाना बने...