पोते के जन्म पर शायरी लिखना मानों दादा दादी के सपनों का फिर से जी उठना

पोते के जन्म पर शायरी लिखना मेरे लिए एक बहुत ही प्यारा अहसास है क्योंकि मै स्वयं भी दादी हूँ न| बचपन के लौट आने  का ख्याल कितना प्यारा है न सच में!!  पोते के साथ दादा और दादी का एक बहुत ही खास व् दिल से जुड़ा रिश्ता है,जिसमे  जादू की झप्पी है होती,चुप चुप बातें हैं...