बच्चों की मुस्कान पर शायरी,बचपन की यादें ताजा हो जाएँ सारी 

बच्चों की मुस्कान पर शायरी पर लिखना मानों अपने  बचपन, संग-साथ के साथी,रूठना-मनाना,खेल कूद और मिल कर शैतानी की बातें याद करने जैसा है बच्चे क्योंकि मन से सच्चे होते है और उनकी मुस्कान हर व्यक्ति के लिए संजीवनी बूटी जैसा कार्य करती है|उन्हीं सुनहरी पलों की सोचते हुए ये...