बिखरे हुए परिवार पर शायरी,कटु सत्य,कहता हर कोई,यह है व्यथा हमारी 

बिखरे परिवार पर शायरी लिखना मानों समाज की पीड़ा को उजागर करने जैसा है|आज हर परिवार में बिखराव है आपसी सवांद का न होना और सिर्फ अपने लिए ही सोचना एक परम्परा सी बनती जा रही है| बिखरे परिवार पर कविताएँ लिखने का मकसद समाज में एक नवचेतना लाने की कोशिश भी है| पढ़ना न भूलें...