माँ की जब आये याद,पढ़ें मेरी रचनाएँ और करें अपनी पूरी मुराद

माँ की कमी होने पर शायरी लिखना मानो दुख में भी अपनी जननी के समीप होने के अहसास को बयाँ करने जैसा है | माँ की याद में शायरी लिखते हुए लगता है जैसे दुनिया में अपने बेशकीमती ख़ज़ाने को खो दिया हो। दिल को उनके पास होने की भावना को बनाए रखने में शायरी से बढ़कर और क्या...