देवर के लिए शायरी,भाभी की पुलकित भावनाएं उमड़े ख़ुशी से सारी 

देवर के लिए शायरी हर उस भाभी के लिए है जिन्हें प्यारे से देवर का साथ अपनी ससुराल में मिलता है| सासू माँ की डांट हो या पतिदेव का गुस्सा,ननद की शिकायतें हों या जेठानी जी की अपेक्षा| जब सब दिखाएँ अपने-अपने तेवर,हंस के बचाए तब अपना नटखट सा देवर|सच है न!🥰 पढ़ना न भूलें...