चाचा पर शायरी लिखना हर भतीजे व भतीजी के लिए आनन्दमय पल होता है| बचपन से प्यार दुलार और जिद पूरी करने में पर और समय पर हमेशा साथ देने में चाचा की भूमिका अहम होती है|
पिता समान स्नेह देने वाल रिश्ता चाचा का होता है जो हर वक्त सुख दुःख में संग साथ-साथ हमराज बन दोस्त जैसी भूमिका भी निभाते हैं|
पढ़ना न भूलें
|भतीजी के जन्मदिन पर दुआओं भरी शायरी|
चाचा पर शायरी की कविताएँ,दिल में बचपन की और उनके प्यार की याद दिलाएं
चाचू पर बेस्ट स्टेट्स | 81 प्यारी अहसास भरी रचनाएँ
1)पिता तुल्य स्नेह करते,चाचा प्रिय हमारे
करते करबद्ध प्रणाम,लगते सबसे प्यारे|
2)जिक्र होगा जब-जब,लगाव की होगी बात
चाचा जी बस आपकी,सबसे पहले आएगी याद|
3)बचपन से ही,सदा बहार हीरो रहे आप
चाचा के अलावा,भला और कौन आता याद|
4)हर मुश्किल के समय में,उन्हें साथ खड़ा पाया
हूँ नसीबवाला,चाचा के रूप में उन्हें जो साथ पाया|
5)पिता की कमी को नहीं, करने देते कभी महसूस
चाचा पकड ऊँगली, खुद चलना सिखाते खूब|
6)मेरी नफासत भरे अंदाज़ की, बात जब होती है
चाचा की कही हर बात भी, साथ-साथ होती है|
7)अच्छे- बुरे में है क्या फर्क,सीखता अपने चाचा से चला गया
हर बात को बारीकी से करना होता गहन,मालूमात करता गया|
8)मुझ से पहले चाचा ही थे,सारे घर की नन्ही जान
अब वो खुश हो बुलाते,आ गई हमारी असली जान|
9)मेरी हर ख़ुशी में,सबसे ज्यादा जो प्रसन्न होते हैं
कोई ओर नहीं है वो,मेरे चाचा हजूर ही होते हैं|
11)घर के सब बच्चो में नहीं करते,कभी भी कोई भेदभाव
खुशनुमा माहौल बना रहता है,चाचा रखते सभी से सद्भाव|
12)उनके प्यार में रहती है, एक अलग सी खुशबू-ए-रूह
ओझल हो जाऊ जरा सी भी,चाचा की बढ़ जाती जुस्तजू|
13)हर छोटा बड़ा कायदा,सिखाने का है उन्हें जूनून
आस-पास चाचा के होने से रहता,मन में बहुत सुकून|
14)प्यार व आपसी लगाव का,यह रिश्ता कहलाता है
चाचा भतीजे के प्यार की मिसाल, हर कोई दोहराता है|
15)पिता जैसा ही बना है रहता,आदर लिए एक विशेष
दुआ करते खुदा से,हो सभी पूर्ण आपकी इच्छाए अशेष|
चाचा के लिए बधाई सन्देश
16)चाचा की हर बात में, एक अलग सा अंदाज़ है
रहते भतीजे-भतीजी बेफिक्री से,उनका जो साथ है|
!7)डांटते गर कभी मुझे,खुद ही दुखी हो जाते हैं
चाचा हैं न,मुझे ऐसा कर गलती करने से बचाते हैं|
18)चाचा का साथ जैसे, संग में हो एक पुस्तकालय
हर विषय पर इतना ज्ञान,व्यर्थ लगता जाना विद्द्यालय|
19)न जाने कैसे भांप लेते है,मुसीबत को पहले से ही अपनेआप
चल मैं भी संग हूँ चलता,चाचा हो लेते छोड़ सब काम संग साथ|
20)घर भर के सारे बच्चों के प्रिय,बहुत होते हैं चाचा
जब कोई नहीं सुनता,बिन कहे जज्बात समझते हैं चाचा|
21)गला खराब हो जाएगा और मम्मी नहीं पीने देती बर्फ वाली ठंडाई
अरे! कुछ नहीं होगा,खिलाते चाचा गोलगप्पे और रबड़ी वाली मलाई|
22)गृहकार्य में कराते मदद,बचाने से कभी-कभी मम्मी की पिटाई
आगे से समय पर कर लेना,कहते चाचा,वर्ना होगी मेरी भी सुताई|
23)चाचा के होते खुशियों की तो, दिखती हर तरफ पुरवाई
बच्चों के संग बन खुद बच्चे,दौड़ में करते आगे-आगे अगुवाई|
24)भला मेरा सोचते हैं, इसलिए सलाह हमेशा मुझे देते हैं
भविष्य मान मुझे अपना,इसीलिए तो इतना कुछ सोचते हैं|
25)दिखा प्यार भतीजी को,आदर भाई-भाभी के लिए जताते हैं
चाचा अपने प्रति मिले उनके स्नेह को,मृदुल भाव से दिखाते हैं|
26)भतीजी को नन्ही परी कह,घर की शान है कहते
बेटियां मिलती नसीब से ही,अपना स्वाभिमान है कहते|
27)चाचा भतीजे की जोड़ी को,सब यूँ प्रेम से निहारे
वाह! क्या खूब है लगते दोनों,संग-संग जहाँ पधारे|
28)चाचा भतीजे का देख संग, दिखता आपसी प्रेम का नाता
नज़र न लग जाए कहीं,दादी कहती,दुनिया को नहीं यह भाता|
29)घोर तमस में बन जुगनू,जो राह दिखाते है
खुसनसीब है वो बच्चे,जिन्हें चाचा मिल जाते हैं|
30)जीवन में जब-जब भी,असमंजस की स्थिति आई
चाचा बने रहगुजर,उनकी युक्ति ही काम तब आई|
चाचा के लिए प्यार भरी शायरी
31)अँधेरे में जुगनू बन,आगे की राह दिखाते हैं
चाचा को ही, कैसे भी हालात संग साथ खड़े पाते हैं|
32)चाचा के रहते, दोस्त की कमी नहीं कभी खलती
हंसी मजाक से ले राजनीति तक,चर्चा हैं खूब चलती|
33)जन्मदिन चाचा का जब आए
बच्चे रिटर्न गिफ्ट खूब सारे पाएं|
34)चाचा हो जब संग,हर शरारत पर है माफ़ी
सजा मिलेगी कैसे भला,होती उनकी भी रजामंदी|
35)चेहरे पर देख मेरे मायूसी,उदास खुद भी हो जाते हैं
क्या है समस्या यार,गले लगा फिर आराम से सुलझाते हैं|
36)चाचा जैसे अपनेपन का अहसास,कहीं नहीं ओर है मिलता
इसीलिए हर घर में चाचा हो,यह आशीर्वाद रब का सबको नहीं मिलता|
37)मन की हर बात और उलझन करती हूँ चाचा से शेयर
भतीजी हूँ उनकी लाडली,करते है वो भी बहुत मेरी केयर|
38)ईश्वर कहाँ रहते है,मुझे जरूरत नहीं लगी जानने की कभी
घर में हैं अपने चाचा,इच्छाएं बिन कहे ही करते पूरी खुद ही सभी|
39)चाचा की निगाहों में झलकता, एक अलग सा प्यार है
छुट्टी का दिन हो अगर,लगता घर में जैसे कोई त्यौहार है|
40)घर में यूँ तो सभी का,बहुत रखते हैं चाचा ध्यान
बच्चों के प्रति है मन में, विशेष अनुराग और देते ज्ञान|
41)चाचा को देख बच्चे भी,ज्यादा नखरे हैं दिखाते
सितारों के बीच,चाँद जैसे इसीलिए वो भी नज़र आते|
42)ये बात तो हैं बिलकुल सच्ची,किस्मत क्या है पाई
चाचा भतीजे की जोड़ी को देख, देते हैं सभी बधाई|
43)दादी की ममता भी गई बंट,जब से भतीजी बन परी आई
पहले थे चाचा छोटे और अब उनके ओहदे ने प्रमोशन पाई|
44)धूप की तपिश में,बच्चों ने एक योजना चुपचाप बनाई
चाचा संग बहार जाकर गुपचुप,बाग से अमिया तोड़ खाई|
45)दिखतेआसार डांट पड़ने के,चाचा बहाने से अलग ले जाते हैं
कैसे मम्मी का गुस्सा करना है शांत,तरीके खूब सारे बतलाते हैं|
प्यारे चाचू के लिए कविताएँ
46)बात चाचा से करने पर बढ़ता है,हमेशा ही मेरा होंसला
बच्चो के संग बन खुद एक बच्चा,नहीं रखते कोई फासला|
47)कोई भी आता है जब भी, घर में तीज-त्यौहार
सबसे ज्यादा गिफ्ट मिलते मुझे,चाचा लाते बेशुमार|
48)अब तक समझ छोटा,बने रहते थे पापा के अनुज
मुझे नन्हा बच्चा समझ,देते जीवन ज्ञान,बनने अच्छा मनुज|
49)है पापा के छोटे भाई ,पर मेरे तो लगते हैं बड़े चाचा
रहता हूँ बेफिक्र सदा,बनाया रब ने कितना प्यारा नाता|
50)सफल होने पर होते है खुश बहुत,करते बहुत ही प्यार
भविष्य उज्जवल है हम सबका,भतीजा है अपना जोरदार|
51)दादी के हैं छोटे बेटे और मम्मी के लगते प्रिय देवर
चाचा कहते भाभी दिया है रब ने,सबसे सुंदर तुम्हे जेवर|
52)देख अपने चाचा को ही, सीखे मैंने घर के संस्कार
तारीफ करते जब सभी मेरी,गर्व करते चाचा बार-बार|
53)मिली नौकरी तो जाना ही पड़ेगा,चाचा डियर से दूर
रहूँ कहीं भी मगर आपकी बातें,सदा याद रखूँगा जरुर|
54)चाचा बताते प्रभु ने दिया, इस घर को वरदान
भतीजी बन दुर्गा,आई बना हम सबका अभिमान|
55)देख हँसते हैं रहते सदा,मेरी नटखट शैतानियाँ
चाचा कहते करने दो न,ये सारी अभी नादानियाँ|
56)चाचा के साथ चाल भी,चलती इतराती-इठलाती
पतवार से हैं न संग अपने,समुद्र की चंचल सी बल खाती|
57)घर में टंगी तस्वीरों में है, मेरी ही सबसे ज्यादा तस्वीर
चाचा हर नयी शरारत को कर कैद कैमरे में,गढ़े तदबीर|
58)चाचा बन ढाल हमेशा,ले लेते हर मुसीबत अपने उपर
कोशिश रहेगी मेरी भी यही,नाम कमाऊ मैं भी उच्चतर|
59)चाचा के चेहरे पर देख तसल्ली,होती मेरी आँखें नम
यानि सब कुछ है ठीक,नहीं किया कुछ ऐसा बढ़ाये जो गम|
60)मुझ से ज्यादा मेरी शादी के प्रस्तावों पर,चाचा गौर हैं फरमाते
नाजों से पली है गुड़ियाँ हमारी,पूरी जाँच-पड़ताल हैं फिर करवाते|
चाचा स्टेट्स शायरी इन hindi
61)कितना कहूंऔर कैसे कहूँ,हैं मेरे चाचा बेस्ट
काश कोई तराजू होती,हो जाता अभी ही टेस्ट|
62)चाचा की सिर्फ मौजूदगी से ही, हो जाता वातावरण खुशनुमा
गुस्सा तो आता ही नहीं,मुस्कान रहती बसी अधरों पर जवां-जवां|
63)जिन्दगी हैं बहुत छोटी,रूठा-रूठी में न बिताया करो
चाचा शांत सरोवर जैसे चाँद जैसी ठंडक मन में बसाया करो|
64)सकारात्मक होते ही मन में है,आते सदा सद्वविचार
चाचा समझाते फिर निरर्थक बातो से,क्यों रखें सरोकार|
65)कभी गलती पर देते डांट, तो कभी बन माँ जैसा देते प्यार
चाचा समझते अपना हक,तभी तो रखते है बड़ों सा इख़्तियार|
66)सुन तोतली आवाज़ ताचा ताचा की,आँखें चाचा की भर आई
वायदा रहा नन्ही तुमसे,जीवन भर साथ देने की कसम है खाई|
67)चाचा प्यार से बुलाते कोयल मुझे,बोली को कुहूँ-कुहूँ
मेरी किलकारियों में भी कहते,कोयल कूकी कुहूँ-कुहूँ|
68)जिद पूरी न होने पर भतीजी,सारा घर सर पर जब उठाती
चाचा ही आते आगे और मनाते ऐसे,हैरानी सबको है हो जाती|
69)सुबह की चाचा-भतीजी की,अदरक वाली की चाय की चुस्कियां
चाचा की आँखें हो नम,याद आएगी विदाई के बाद यही मस्तियाँ|
70)चाचा हैं जिस घर में,ताउम्र बना रहता है बचपन
हिम्मत होंसले के प्रतीक बन,दिखाते सदा अपनापन|
Best चाचा शायरी कोट्स
71)कभी माँ बन लगा गले से,
थपकी दे सुलाते
अपनी बेताला आवाज़ में,
अटपटी सी लोरी गाते
ठुमक-ठुमक संग चल,
ऊँगली पकड गिरने से बचाते
चाचा न जाने कितने किरदार,
बखूबी है बहुत निभाते|
72)गर्मियों की छुट्टियां में पूछो ही मत,
क्या महफ़िल जमती है
ताऊ जी और बुआ के बच्चों की,
तिकड़म भी खूब चलती है
सितारों के आंचल तले,
अन्ताक्षरी देर रात तक सबको जगाती है
कल खेलना बड़े कहते,
चाचा की शह पर बात अनसुनी हो जाती है|
73)बच्चों की धमा-चौकड़ी,
करे रोज नयी-नयी फरमाइश
यह चाहिए वो चाहिए,
करते मनवाने बात अपनी जोर आजमाइश
चाचा बन रेफरी,बीच में सबके सुलह
कराते बहुत ही प्यार से
हैरान हो जाते घर के सब बड़े,
जुगत हैं लगाते चाचा जी-जान से|
74)गया जमाना चवन्नी-छोटे रूपये का,
चाहिए गुलाबी वाला फूल
दादी कहे नहीं बदलेगा,सुनो सभी कान खोल
,घर का पुराना रुल
बच्चे रूठे हुए नाराज,मुहँ फुला कर बैठ गए
सारे ले हृदय में शूल
चाचा आते फिर आगे,करते सारी
बिगड़ी परिस्थितियों को कूल-कूल|
75)चाचा आज आपके संग गुजरे,
बचपन के दिन है याद आ रहे
कितनी मौज मस्ती के दिन थे सुहाने
,रह-रह कर हैं तड़पा रहे
मम्मी की डांट से बचने आप,
खुद ही खुद पर इल्जाम ले लेते थे
क्या इतना लगाव हैं होता,भतीजी से,
गर्व की अनुभूति के पल आ रहे|
चाचा भतीजा पर rare poems
76)बरामदे में जब टहलते हुए,
पापा को देख परेशां
चाचा भी दिखते उदास
और हो जाते ऐसे हलकान
मम्मी से जाते पूछने,
क्या बात कर रही भाई को तंग
अच्छे कर्मो से मिलते ऐसे गमगुसार,
होते सब देख ये दंग|
(गमगुसार=गम को हरने वाला)
77)धैर्य से कोई यदि सुनता है,
तो वो है चाचा-भतीजे का रिश्ता
बचपन से बड़े होते जीवन भर का,
गारंटीयुक्त प्यारा सा रिश्ता
जिन्दगी में आते है सुख दुःख बारी-बारी से,
आयेंगे ही यह तो सदा
बस चाचा का आशीर्वाद बचाता हमेशा,
दिल से जुड़ा दिल का रिश्ता|
78)शिद्दत से मांगों तो खुदा से,
ख्वाहिशें होती है सभी पूरी
सुनते आए है सदियों से ये बातें,
लगा हुई शायद अब पुरानी
ससुराल में आज न जाने क्यूँ,चाचा की
थी याद बस आ रही
दस्तक हुई देखा थे सामने,
याद यानि चाचा को भी थी आ रही|
79)नहीं मानता जब कोई मेरी बात,
अच्छा नहीं था लगता
मन में होती थी घुटन सोच कोई कुछ क्यूँ,
नहीं हमारी सुनता
आखिर प्रभु ने किया चमत्कार,
भेजा एक फरिश्ता जिन्दगी में
चाचा के रूप में सारी दे विशेषताएं,
दिया अनमोल न्यारा रिश्ता|
80)देख आसमां में सब रिश्तों की,
झलक है दिख जाती
सूरज के तेज में चाचा की,
आभा की किरणें हैं जाती
परियों में अपनी भतीजी की ही,
सूरत नज़र है बस आती
कर्मयोद्धा के रूप में भतीजा,
चाचा को सबकी बात याद ऐसे आती|
81)ध्रुव तारें में अपना भतीजा नज़र आएं
कल्पना चावला के जिक्र में भतीजी मन भाएँ
श्रवण बन चाचा घर में सबके काम सदा आएं
प्रभु कैसे करें शुक्रिया,समझ ही न आज आएं|
चाचा पर शायरी लिखना किसी भी भतीजा या भतीजी के लिए एक गर्व की बात है| 81 इन प्यार भरी कविताओं में से चाचा के लिए स्टेट्स शायरी में से अपनी पसंदीदा रचना चुन कर आज ही भेजिए अपने प्रिय चाचा को|
और हाँ,COMMENT BOX में अपनी राय लिखना मत भूलियेगा|🙏
रास्ता था लम्बा, मुश्किलें थी क्रूर
दिल में लेकिन मशाल जला कर चली आयी मैं इतनी दूर।