माँ की जिन्दगी को आसान कैसे बनाएं,यह विचार अपनेआप में अनूठा और बेहद नेक है।एक बच्चे के रूप में ऐसा सोचना ही माँ के लिए जीवन को बहुत सुखद अहसास देने वाला है।माँ का जीवन सरल और आसान होगा तभी तो सब के जीवन में आनंद होगा।

 चलिए मिलकर कुछ नया आजमाते हैं,माँ की जिंदगी को आसान बनाते है।

माँ की जिन्दगी को आसान कैसे बनाएं,दिल में रख सुंदर जज्बात नए-नए तरीके अपनाएं

माँ की जिंदगी को आसान कैसे बनाएं पर 61 शानदार उपाय 

1.

भगवान द्वारा प्रदत माँ जैसे अनुपम कृति का आदर करें 

ईश्वर द्वारा पूरे ब्रहामंड की सबसे अनुपम कृति यानि माँ के रूप में मिली कीमती सौगात को हृदय से,पूरे मनोभाव से उच्चतम आदर प्रदान करें।माँ के बिना इस दुनिया की कल्पना कीजिये कितनी वीरान और उदास दिखती है।ऐसी जननी की जिंदगी को आसान बनाने के लिए हर संभव प्रयास होना चाहिए।बस ऐसा सोचते ही अनगिनत रास्ते सामने दिखाई देंगे। सर्वोत्तम मार्ग चुनें और माँ को खुश होते देखें।

 

2.

माँ आपकी प्रथम प्राथमिकता हैं,दिल से अहसास कराएँ 

जीवन में आप के लिए सबसे पहले आपकी माँ ही प्राथमिकता हैं यह न केवल दिल में हो बल्कि आपके हाव भाव,विचारों से आपके उत्तम कार्यों से परिलक्षित होना चाहिए।जन्म से लेकर जीवन के अंतिम श्वास तक माँ का ध्यान ईश्वर स्वरुप रहना चाहिए क्योंकि वो खुद ही भगवन की सबसे सुंदर प्रतिमूर्ति जो है।

 

 

3.

सुबह उन्हें प्यार भरा अभिवादन करें

बात तो बहुत छोटी सी है पर जिन घरों में सुबह सुबह अपने बड़ों को नमस्ते या किसी भी तरह से अभिवादन करने की आदत होती है उन परिवारों में एक अलग सा माहौल दिखता है जहाँ एक दुसरे को इज्जत देना या एक दुसरे के लिए प्रेम भाव नज़र आता है।अगर अभी तक आप ऐसा नहीं करते हैं तो देर किस बात की,आज अभी से शुरू करिए।

 

 

4.

घर में माहौल को खुशनुमा बना कर रखें 

माँ को जिंदगी तब बहुत मुश्किल लगता है जब घर में एक ख़ुशी का माहौल न होकर खिचाव की स्थिति दिखाई दें।अपने स्वाभाव को भी चेक करिए कहीं आप भी हर बेबात पर चिल्लाते तो नहीं है या बेमतलब बात का बतंगड़ बनाते हो या बिना किसी वजह के रूठे रहते हो। अगर कहीं भी ऐसा है तो अमुक सदस्य से या खुद में जो परिवर्तन करना है उसे करवाने के लिए समझाएं और खुद भी समझें।

 

 

5.

माँ के साथ दोस्त जैसे बन कर रहें 

माँ से बढ़ कर कोई सलाह देने वाला और किसी भी मुसीबत में एक मजबूत चट्टान की भांति अपने बच्चों के लिए सिर्फ ओर सिर्फ साथ देने वाली  माँ ही होती हैं।जरा उन्हें दोस्त बना कर देखिये,आपको कितने शानदार तरीके पता चलेंगे कि जिन्दगी कैसे जीते हैं,उनके सपनों को जानकर आप स्वयं भी उनके साथ उड़ान भरने को तैयार हो जायेंगे।एक सच्चा दोस्त ताउम्र साथ रहने को मिल जाएगा जिनकी भावनाएं निस्वार्थ हो प्यार से भरी हों।

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6.

जादुई झप्पी जरुर दें  

सदियों से एक बात हमेशा ही कारगर साबित होती आई है और वह है जादुई झप्पी का कमाल।माँ को जिंदगी बहुत ही सुहानी और बेहद आसान लगेगी जब यह अहसास रहेगा कि उनके बच्चे उनको सबसे ज्यादा चाहते हैं। माँ आपकी हैं बस जब मन चाहे माँ की जादुई झप्पी लें और उनके कंधें पर पयर से अपना सर रखें और असीम सुख और सुकून को महसूस करिए और माँ को भी खुश पाइए।

 

7.

पितृसत्तात्मक व्यवस्था में परिवर्तन लाने की चेष्टा करें 

आप माँ की घुटन का शायद अंदाजा भी नहीं लगा सकते कि दिन रात और पूरी जिंदगी घर के सब लोगों को खुश करने में लगाने के बाद भी वो अपनी इच्छाओं को पूरा करने की बात नहीं कह पाती है और एक निरंतर मानसिक दवाब में रहकर अपनी सेहत को कितना बड़ा नुक्सान पहुंचा देती हैं जिसका असर सारी उम्र उन्हें ही भुगतना पड़ता है। आगे बढ़ कर घर की व्यवस्था में परिवर्तन लाइए और माँ की जिंदगी को आसान बनाइए।

 

8.

घर के लिए भविष्य की योजना बनाने में सहयोग दें 

घर परिवार को सुचारू रूप से चलने के लिए माँ की चिंता स्वभाविक ढंग से रहती ही है और इसे वो कई बार साँझा भी नहीं करती हैं। अपनी माँ के साथ उनके भविष्य में क्या दिक्कतें आ सकती हैं उन पर विचार करके उनके आने वाली जिंदगी आसानी से बीते,इस पर बहन भाइयों के साथ मिलकर अच्छी योजनाओं में पैसे का निवेश करें।

 

9.

माँ का हेल्थ चेकअप कराइए

माँ की सेहत ठीक तो मानों घर में सब ठीक,पर होता अक्सर उल्टा है।माँ सबके लिए हमेशा बहुत ही फिक्रमंद रहती है और खाने से लेकर मन को सहलना भी बखूबी जानती है। माँ की सेहत को जानने के लिए वार्षिक हेल्थ चेकअप करना जरुरी है चाहे वो कितना भी नानुकर करें। समय रहते इलाज हो जाएँ इस बात पर ध्यन देना भी उतना ही जरुरी है।

 

10.

माँ के लिए भावुक पत्र लिखें 

माँ एक बेहद संस्कारशील और बहुत ही सवेंदनशील महिला है जो जरा सा किसी को दुखी देख या अपने परिवार में आई परेशानियों से खुद को ही दोषी मानने लगती हैं।एक भावुक पात्र माँ को लिखें जिसमें आप उनके द्वारा किये जा रहे अनवरत कार्यों और परिवार के प्रति त्यग की भावना के प्रति आभार दर्शाइए।उन्हें बहुत अच्छा लगेगा और जीवन जीने की इच्छा भी ओर बढ़ेगी।

 

11.

कविता या शायरी से अपने दिल के जज्बात बया करें 

माँ के लिए क्यों न एक सुंदर शब्दों से सुसज्जित कविता या कोई चाँद लैंस की शायरी लिखें। सच मानिए माँ के चेहरे की चमक देखते ही बनेगी।किसी भी माँ के लिए इस पल से ज्यादा गर्व वाला पल क्या होगा कि उसके बच्चे उसके लिए इतना प्यार भरा भाव रखते हैं। माँ को बस फिर कुछ भी नहीं चाहिए।वो आत्मविभोर हो सबको वो कविता या शायरी दिखाएंगी।

 

12.

माँ को आत्म निर्भर बनाने में सहयोग दें

माँ को आत्मनिर्भर बनाने में अपना सम्पूर्ण सहयोग करें। आर्थिक स्वन्त्रता जिंदगी को न सिर्फ आसान बनाती है वरन एक आत्मविश्वास से लबरेज व्यक्तित्व का भी निर्माण करती है।गुणों की खान माँ के किसी भी गुण को आप विकसित करने और उससे उनकी आत्मनिर्भरता में बदलने का प्रयास करें।जिंदगी कठिन लगती है जब अपनी जरूरतों के लिए माँ सोचें कि कैसे करें।

 

13.

माँ दुनिया की सबसे बढ़िया शेफ हैं,यकीं दिलाएं 

माँ दुनिया में सबसे बढ़िया शेफ है यह आप जानते तो हैं पर इस बात को माँ से कहिए भी तो ताकि उन्हें भी अच्छा लगे कि उनके बच्चे उनके द्वारा बनाये गए व्यंजनों को और सब तरह के पकवानों को स्वाद लेकर खाते हैं और स्वस्थ भी रहते हैं क्योंकि उसमें पौष्टिकता और प्यार जो मिला होता है।

 

14.

घर को व्यवस्थित करने में सहयोग दें

घर प्यारा घर -जन्नत को जो खोजते फिरते हैं उन्हें मेरी माँ द्वारा बसाया हुआ सुचारू रूप से व्यवस्थित आशियाने को एक बार देखने की जरुरत है।इसे हर वक्त खूबसूरत दिखने के लिए जब माँ के साथ बच्चे भी पूरा सहयोग देते हैं तो माँ को जिंदगी आसां और सुहानी लगती है।

 

किसी एक काम की पूरी जिम्मेदारी लें 

सिर्फ सहयोग देने से ही काम नहीं चलेगा क्योंकि माँ को जीवन में आसानी तो तभी महसूस होगी जब आप किसी भी एक काम को पूरी जिम्मेदारी से लेंगे।एक बेफिक्री माँ को तभी लगेगी न जब उन्हें किसी एक फिक्स काम को खुद नहीं करना होगा तो आज से माँ से बात करके स्वयं अपने दायित्व को पूरा करने का प्रण लें।

 

माँ की जिंदगी को आसान बनाने की अनमोल युक्तियाँ 

 

16.

उनके शौक को पूरा करने में मदद करें 

एक सुपर गृहिणी के रूप में माँ हर वक्त सब का ध्यान रखने में कहीं न कही अपनें सपनों को भूल सी जाती है।अगर सच में आप अपनी माँ की जीवन यात्रा को आसां बनाना कहते हैं तो उनके सुनहरे सपनों को एक नयी उड़ान दीजिये। उनसे आगे बढ़ कर उनके शौक को जानें और जी जान से उन्हें पूरा करने में सहयोग दें।

 

17.

असहमत होते हुए भी बात को धैर्य से सुनें

जीवन जटिल बन जाता है जब घर में माँ की बात के साथ सहमति नहीं दिखाई जाती है।हो सकता है कि आप माँ के विचारों से सहमत न हो पर धैर्य से सुन तो सकते हैं और अपने तरीके से अपनी बात से उन्हें एक नयी दिशा में सोचने के लिए मार्ग भी सुझा सकते हैं।माँ को एक सुकून मिलेगा और जिंदगी अच्छी लगेगी।

 

18.

माँ के साथ क्वालिटी टाइम व्यतीत करें

हर वक्त घर में रहने के बावजूद अगर माँ के साथ कोई क्वालिटी टाइम आप नहीं गुजारते हैं तो फिर बात कुछ जमती नहीं है।अपने व्यस्त समय में से कुछ एक समय निर्धारित करिए ताकि माँ स्वयं को भी उस समय फ्री रख पाएं और उनसे दिल खोल कर गुफ्तगू करें।

 

अपनी गलतियों को खुले दिल से स्वीकारें 

माँ को जीवन बड़ा कठिन महसूस होता है जब बच्चे गलती करने पर भी उसे स्वीकार नहीं करते।जीवन में आसानी कैसे महसूस होगी जब सामने ही सामने कोई झूठ बोलेन या छिपाने का काम करें।यदि कोई भी गलती किसी भी वजह से हुई हो तो उसे मानने में ही भलाई है और फिर न करने से माँ के लिए जीवन के पल आसान। 

 

20.

अपने खर्चों का भुगतान स्वयं करें 

माँ अपने बच्चों और परिवार के लिए पाई-पाई जोड़ कर खर्चे करती है। खुद के लिए खुद को सबसे आखिर में रखती है। अब आप बड़े हो गाएं हैं तो अपने खर्चों को स्वयं ही वहां करने का प्रयास करे।छोटे छोटे खर्चों से भी कुल मिला कर काफी हद तक न सिर्फ बचत होती ही वरन माँ उससे घर के लिए कुछ ओर अच्छा लेन की कोशिश करेंगी। 

 

21.

माँ को भी पॉकेट मनी दीजिये 

यह बात थोड़ी पचाने में मुश्किल हो सकती है पर जैसे बचपन में माँ आपको पॉकेट मनी देती थी और अब आपकी बारी है तो अपनी कमाई में से माँ को भी हर महीनें कुछ अमाउंट दें,वो मना ही करेंगी  क्योंकि कोई भी माँ ऐसा नहीं चाहती है पर आप को उन्हें हर हाल में देने के लिए तैयार करना ही होगा,थोड़ी मस्ती माँ को भी करते देखिये,अच्छा लगेगा।

 

22.

घर लौटते हुए आवश्यक सामान खुद ही ले आएं 

माँ जब देखो कभी कुछ तो कभी कुछ न कुछ सामान लेने में बाहर जाती रहती है और कभी मेहमानदारी तो कभी तीज त्यौहार,बस सारी व्यवस्था करने में जी जान से जुटी रहती हैं।ऐसे में माँ पर एक तनाव सा रहता है कहीं कुछ कमी न रह जाएँ।आप भी घर लौटते हुए कुछ सामान ला सकते हैं,अपनी माता की जिन्दगी को आसान बनाने के लिए।

 

23.

ऑनलाइन शौपिंग करना सिखाएं 

घर बाहर की भागा दौड़ी में माँ का बहुत सारा समय लग जाता है।अपने लिए भी कोई वक्त निकलना होता है यह बात माँ के जेहन में शायद कभी आती ही नहीं होगी।माँ को आप ऑनलाइन शौपिंग करना सिखा दीजिये और बस फिर को भी थोड़ा आराम मिलेगा और जिंदगी में थोड़ी फुर्सत भी।

 

24.

हर वक्त किसी भी काम को करने के लिए तैयार रहें 

माँ अगर किसी काम को बताना चाहे तो भी नहीं कह पाती हैं क्योंकि आप सभी इतनी व्यस्त तो हैं पर कहीं न कहीं व्यवस्ता दिखाते भी हैं। ऐसे में सारा काम माँ को ही संभालना होता है। माँ को यह विश्वास दिलाना बहुत अहम् है कि आप चाहे जीतने भी अपने काम में मशगूल हो पर माँ जो भी काम बतायेंगी वो आप पहले करेंगे।इस बात से उन्हें रहत मिलेगी और जिंदगी आसान भी लगेगी।

 

25.

मेहमान आने पर आगे बढ़ कर कम कराएँ 

घर गृहस्थी में मेहमानों का आना जाना तो लगा ही रहता है।वैसे भी हमारे देश में अथिति देवो भव यानि मेहमान को देवता स्वरुप माना जाता है। ऐसे में खुद भी मेहमान न बन जाएँ बल्कि आगे बढ़ कर सारी व्यवस्थाओं में पूरा सहयोग दें और समय भी दें।आने वाले गेस्ट्स के साथ साथ माँ को भी आपकी इस बात से गर्व महसूस होगा और खुद आपको भी अच्छा लगेगा।

 

26.

जन्मदिन या एनिवर्सरी जैसे मौकों पर इंतजाम करें 

पूरे साल में घर में किसी न किसी का कभी जन्मदिन तो कभी एनिवर्सरी जिसे मौके आते रहते हैं।यह मौके आप न गवांये अपितु नए नए तरीकों से उन्हें मनाने के प्रयास करें। अब सब चीजों के लिए प्लानिंग और समय व साथ में उसके लिए खर्चे को भी देखना होगा। माँ से बात करिए और जो भी अपना योगदान और समय डे सकते हैं वो ख़ुशी जाहिर करके दें।

 

27.

अनावश्यक फरमाइश न करें 

माँ की जिन्दगी को अस्सं बनाने के लिए आप यह बात चेक करें कि कहीं आप अनावश्यक रूप से माँ को बिजी तो नहीं रखते।हर रोज कुछ न कुछ खाने की फरमाइश करना या कहीं न कहीं जाने के लिए कहना या कुछ न कुछ समान लाने के लिए बोल देना।माँ संकोचवश और ममता वश मना नहीं कर पाती हैं पर बहुत बार वो शायद उस समय आराम करना चाह रही हो या कुछ देर अपने किसी काम को करना चाह रही हो।ऐसे में उन पर एक मानसिक दवाब आता है,उसे न होने दें। 

 

28.

उनके आराम के समय उनके सोने का ध्यान रखें 

माँ आदत से ही सुबह काफी जल्दी उठ जाती है और दोपहर में थोड़ा समय आराम करती हैं।आप क्या यह ध्यान रखते हैं कि उनके सोने के समय में किसी भी प्रकार की खलल न हो। कोई शोर या किसी तरह की कोई ओर गतिविधि घर में न हो ताकि वो शांति से सो पाएं।माँ को अक्सर बस यही आराम नहीं मिल पाता है,इस ओर ध्यान देना जरुरी है।

 

पेड़ पौधों की देखभाल में साथ दें 

माँ अपनी छोटी सी बगिया में सबसे ज्यादा हुश दिखाई देती है और वो इंसानों की तरह ही सब पेड़ पौधों से बातें करती हैं। सारे पौधें भी झूम झूम कर मानों उनका प्यार स्वीकार कर उन्हें अपना मान-सम्मान देते हैं। कभी आप भी माँ के संग उनके मूक साथियों के संग अपना समय बिताते है। नहीं न तो इस आदत को बदलिए और माँ संग थोड़ी चहलकदमी हरे- भरे वातावरण में गुजारिए।

 

30.

तबियत ठीक न होने पर डाक्टर को दिखाएँ 

अक्सर माँ जो होती हैं न,तबियत ख़राब होने पर भी बतायेंगी ही नहीं या अपने घरेलू नुस्खे आजमा कर ही काम चलने की कोशिश करती हैं।आप जब यह देखें कि माँ कुछ अस्वस्थ लग रही हैं तो उन्हें आग्रह करके डाक्टर के पास ले जाएँ और उनकी दवाइयों समय पर दें व् जल्द उनके स्वस्थ होने की दुआ भी करें।

 

जननी के जीवन को आसान करने के सुंदर तरीके 

 

31.

घर के कार्यों के लिए मेड्स का इंतजाम करें 

एक पुराणी सोच अब भी कई जगह चाल रही है कि घर का काम सिर्फ माँ ही करेंगी या वो खुद भी किसी ओर को करने नहीं देती हैं। वजह इसकी कई हो सकती है जैसे उन्हें किसी का काम पसंद ही नहीं आता या आर्थिक रूप से इतना पैसा खर्च नहीं कर पाना।आप घर में माँ की सहायता के लिए मेड्स का इंतजाम करें ताकि उन्हें कुछ आराम मिले और दिनचर्या आसां लगे।

 

घर के कामों की एक विस्तृत सूची बनाएं 

माँ यूँ तो हर काम में निपुण है पर कई बार किस काम को कब करना है उसे व्यवस्थित रूप से नहीं कर पाती हैं। आप आगे बढ़ कर स्वयं एक सूची माँ के साथ बैठ कर बनाइए और कैसे और कब व किस तरह से किस किस को कुआँ कौन से काम करने है यह भी बताइए ताकि माँ के जीवन में एक सुखद परिवर्तन आ सकें।

 

33.

दैनिक,साप्ताहिक,महीने का और वार्षिक कामों में रूचि दिखाएँ 

घर के कामों की सूची तो आपने माँ के संग बना ली है पर अब कैसे क्या करना है उसकी भी लिस्ट बनाएं जैसे-दैनिक कौन से कार्य है और किन कामों को साप्ताहिक किया जाया जा सकता है।महीने में किस प्रकार के काम आयेंगे और वार्षिक कार्यों में कैसे करना है यानि साल भर की पुख्ता प्लानिंग।माँ की जिन्सगी तो इस सारी योजनाओं को सुनकर ही आसान लगने लगेगी।

 

34.

अपने कपड़े साफ़ खुद करें 

बच्चे कितने भी बड़े हो जाए पर उनके कपड़े अक्सर ज्यादातर घरों में  हर तरह बिखरे से नज़र आते हैं। माँ स्वयं ही सब करती रहती हैं तो बच्चों में भी स तरह की जिम्मेदारी बन ही नहीं पाती है।खैर कोई बात नहीं देर आए दुरुस्त आए वाली कहावत तो आपने भी सुनी होगी हीव् अच्छे काम की शुरुआत के लिए क्या ज्यादा सोचनाव् आज से ही माँ को इस काम से फ्री करिए।

 

35.

खाने की टेबल पर साथ देना 

दिन में यह काम बार बार माँ करती हैं तो इस कार्य में खुद भी अक्रिये और संग घर के बाकि लोगों को भी करने के लिए प्रेरित करें।यह दिखने में एक छोटा सा ही काम है पर यकीं मानिए माँ को बहुत अच्छा लगेगा क्योंकि वो काफी समय इसी प्रकार के कार्यों में लगाती आई हैं।टेबल को नए नए ढंग से सजाने का भी प्रयास करें ताकि स्वादिष्ट खाने में सुरुचि पूर्णता ओर आ जाए।

 

36.

डिशवाशर की मदद से काम में राहत पहुंचाएं 

भारतीय घरों में खाने की सभी डिशेस में काफी बर्तन इस्तेमाल हो जाते हैं और बर बार उनको साफ़ करना ओर ज्यादा अच्छे से चमके इस के लिए माँ पूरा प्रयत्न करती है तो बस एक डिशवाशर घर में लाकर दीजिये ताकि माँ का समय भी बचे और उनकी पसंद के अनुसार बरता खूब चमकते हुए भी दिखें।

 

37.

अपनी नाकामयाबी को न छिपाएं 

माँ की जिंदगी खुशाल और आसां तब बनती है जब घर के किसी भी सदस्य की कोई भी अच्छी या बुरी बात उनसे न छिपाई जाएँ।ऐसे में आप अगर अपनी कोई भी नाकामयाबी माँ से चिपयेंगे तो यह उनके लिए बहुत तकलीफदेय हो जाएगा।माँ से उनके अनुभवों का लाभ उठिए और कामयाबी की खबर से उनकी जिंदगी को खुशनुमा और आसां भी।

 

 

 

 

38.

घर के पालतू जानवर का ध्यान रखें

घर में एक पालतू जानवर सबके लिए एक खिलौना सा रहता है जो न केवल घर की सुरक्षा में मदद करता है बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी बहुत लाभकारी है। एक कुत्ता या बिल्ली घर में पाल सकते हैं और अकेलेपन और तनाव में कमी को साफ़ महसूस कर सकते हैं।किसी योग्य प्रशिक्षक से ट्रेनिंग मगर जरुर दिलवाइए ताकि घर में उसके आने से माँ का काम न बढ़ जाएँ।

 

छोटे बहन भाइयों की पढाई में मदद करें

माँ अपने बच्चों की पढाई और उनके भविष्य को लेकर बहुत चिंतित रहती हैं जोकि स्वाभाविक भी है।आप ऐसे में अपने बहन बहियों की शिक्षा में या उनके कैरिएर में मदद कर सकते है। बात करने से उनको भी अच्छा लगेगा और माँ को यह बहुत सुकून देगा कि आप कितनी जिम्मेदारी से साथ देतें है। 

 

 

घर के सहायक लोगों की मदद करें

उदारमन माँ किसी की भी पीड़ा से स्वयं भी दुखी हो जाती है।ऐसे में जो घर में उनकी मदद के लिए सहायक है उनके लिए वो बहुत कुछ करना चाहती हैं पर उन्हें नहीं मालूम कि कैसे क्या करना है। साकार द्वारा अनेक योजनायें चाल रहीं है उन्हें पढ़िए और जितनी ज्यादा मद कर सकते हिन् वो दिल से करिए। माँ के लिए यह अहसास उनके जीवन को प्रसंनौर आसान बनाएगा।

 

 

41.

यदि कामकाजी माँ हैं तो ध्यान दें 

अब हर ज्यादातर घर में माँ कामकाजी होती हैं यानि घर के साथ साथ बाहर भी उन्हें सुपर वीमेन बनना है। एक व्यति के दोहरे काम मतलब ढेर सारी ओर भी जिम्मेदारियां।माँ के कार्यों को तारीफ करके,उनके अतुलनीय योगदान की प्रशंसा करके उनका उत्साह बढाया जाया जा सकता है।आप कैसे उन्हें मदद कर सकते है इस पर ध्यान दें और मन से करें।

 

42

मल्टीटास्किंग बन माँ को फ्री करें 

आप स्वयं में समझदार हैं और अपनी माँ के लिए कुछ करना भी चाहते हैं तो मल्टीटास्किंग व्यक्तित्व के अपने सुंदर आदत का परिचय देते हुए माँ के मन को,उनके हृदय को अनेक तरह के कार्यों में,व्यवहार से एक अडिग योद्धा की तरह हर मोर्चे पर डटे हुए दिखी देने चाहिए।माँ को फिर कोई भी कष्ट होते हुए भी नहीं लगेगा क्योंकि उनके बच्चे जो साथ हैं।

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43.

खाली समय में माँ से पूछे कि वो क्या काम देना कहेंगी 

अब आप माँ का सहयोग तो करना चाहते हैं पर खुद को भी नहीं मालूम नहीं कि क्या करें और कैसे करें।बेहतर है ऐसे में स्वयं ही माँ से पूछ लें कि किस तरह से आप उनकी बेस्ट मदद कर सकते हैं।खली समय को किस तरह से सदुपयोग करें,यह बता सकते हैं। 

 

 

44.

फ्लेक्सिबल बनें 

माँ बच्चों की हर जिद को पूरा करती रहती हैं और इसका नतीजा कि बच्चे इस बात का फायदा उठाने लगते हैं जो बिलकुल भी उचित नहीं है।कोशिश करें की अपने व्यवहार और आदतों में लचीलापन लायें।इससे आप स्वयं भी रिलैक्स्ड रहेंगे और माँ के विचारों को ठीक से समझने लगेगे जिसका परिणाम यह होगा कि आप माँ के ओर करीब आ जायेंगे यानि माँ की जिंदगी को आसान भी बना पायेंगे।

 

45.

समय पर खाना खाएं

माँ की जिंदगी अगर आप आसान बनाना चाहते हैं तो समय पर खाना खाने की आदत पक्की दाल लें क्योंकि इस बात से उन्हें सबसे ज्यादा परेशानी लगती है जब घर के लोग समय पर और ठीक से खाना नहीं खाते हैं।सबी सेहत के लिए हर माँ हमेशा ही फिक्रमंद रहती है तो आज से ही यह बात गांठ बांध लें कि आप समय पर खाना खायेंगे।

 

माँ के जीवन को सरल बनाने पर श्रेष्ठ टिप्स 

 

छोटे छोटे बदलाव समयानुसार करते रहें

समय हमेशा परिवर्तनशील रहता है तो रोज की दिनचर्या भी एक सी क्यों रहें।माँ ही रोज नाश्ता बनाएं ऐसा कहाँ लिखा है। एक दिन आप खुद उनकी पसंद का नाश्ता या कोई ओर डिश बना कर खिलाइए।एक दिन सुबह अदरक की कड़क चाय माँ को उनके बिस्टर पर ही बना कर पिला दीजिये।माँ को जिंदगी आसां महसूस करने के लिए यह टिप्स जादू का काम करेंगे।

 

47.

समर्पित पारिवारिक समय पर मौजूद रहें

हर घर में अधिकतर तो रात का भोजन एक समर्पित समय रहता है जहाँ सब लोग एक साथ न सिर्फ खाने के स्वाद का लुत्फ़ उठाते है बल्कि दिन भर की बातों का जिक्र करके एक दूजे को सलाह लेने या देने का काम भी होता रहता है।समर्पित समय पर एक समर्पित भाव से मौजूद रहें और पारिवारिक सुख को अनुभव करें भी और माँ को कराएँ भी।

 

घर के क्लियर-आउट समान को निकलने में संग रहें 

घर एक सुंदर उपवन सा महकता-चहकता रहें तो उसके लिए जरुरी है कि अनावश्यक कचरे यानि फालतू सामान की कटाई- छटाई भी होती रहनी चाहिए। माँ के साथ मिल कर ऐसा करने में मदद करें और खूबसूरत आशियाने में क्लियर-आउट समान को निकालें।एक फ्रेश विचारों के साथ नयी शुरुआत करें।

 

49.

पारिवारिक रात्रि खेल का समय तय करें 

माँ को सब अपने बच्चों को एक साथ मिल कर रहते हुए और संग-साथ खेलते हुए देख कर परम आनंद की अनुभूति होती है। घर में धमा-चौकड़ी अच्छी लगती है।पारिवारिक रत्रि खाने के बाद एक रात्रि खेल का समय भी तय करें जिसमें लूडो,स्नेक-लेडर,चेस या अन्य कोई भी खेल खेले जाए जा सकते हैं। आपसी लगाव को बढ़ने के साथ साथ मनोरंजन का मनोरंजन भी रहता है।i

 

50.

एक बार मिल कर कोई व्यंजन बनाएं

कितना सुखद होगा यह देखना जब घर के सब लोग मिलकर कोई व्यंजन बनाएं यानि कोई सब्जी या अन्य पदार्थ कात रहा है कोई मसलों को भूनने की तैय्यारी में लगा हो और कोई गूगल से पढ़ कर उसको कैसे बनाना है बता रहा हो।खाने में जो आनंद आएगा उसका वर्णन करना मुशकि है सिर्फ महसूस किया जा सकता है।तो आज ही यह सब करिए और माँ की जीवन किओ आनंदमय और आसान बनाइए।

 

51.

कम सामान यानि माँ को कम तनाव

माँ से बात करके घर में ज्यादा समान की खरीदारी को कम करें न कि इसे ज्यादा बढ़ाएं।जब बहुत सारी चीज़े खरीदते है तो उनकी देखभाल में समय भी ज्यादा अगाना पड़ता है और इसका सीधा असर माँ की सेहत पर।म अको ही हर चीज़ को ठीक से रखना है भले ही वो ख़रीदा किसी ने भी हों।ऐसे में जो जरूरत जकी चीजें हैं वो ही लें और साथ में पुराणी कोई चीज़ बाहर निकालें ताकि बैलेंस बना रहें और एक्स्ट्रा चीजें न बढ़ पाएं।

 

52.

स्वयं को हमेशा बहुत बिजी न जताएं 

माँ को यह बात दिल से लग सकती है जब घर के बाकि लोग खुद को तो बहुत बिजी दिखाएँ और माँ को हमेशा यह जताते रहें कि वो तो घर में ही रहती है यानि वो तो खाली हैं बस जो बाहर जाकर काम कर रहा है वही बिजी है।यह गलत मानसिकता है।सच तो यह यह कि क्योंकि घर माँ ने सुचारू रूप से संभाला हुआ है जिसकी बदौलत सब बेफिक्री से अपने सपनों को पूरा करने में सक्षम हुए है।माँ को धनयवाद दें न कि कोई अहसान जताएं।

 

53.

नकारात्मक लोगों से दूरी करवाएं

घर परिवार में न चाहते हुए भी अनेक लोग ऐसे भी होते हैं जो अपनी नेगटिव बातों से दूसरों को भी ख़राब सोचने पर मजबूर करते हैं और कुछ न कुछ कह कर अच्छे कार्यों को करने में बाधाएं डालते हैं।माँ संकोचवश ऐसे लोगों को माना भी नहीं कर पाती है और स्वयं एक उदासी की परत सी ओढ़ लेती हैं। आप खुद आगे बढ़ कर ऐसे लोगों को मुंहतोड़ जवाब दें।

 

54.

सकारात्मक लोगों के ग्रुप से जोड़ें 

जहाँ आसपास नकारत्मक लोग होते हैं वहीँ दूसरी ओर ऐसे व्यति भी होते है जो पारस मणि की तरह जीवन में रौशनी लाते हैं।ऐसे लोगों के बहुत से ग्रुप्स भी बने होते हैं जहाँ जाकर एक सकारात्मक भाव आते है।जीवन में कुछ अच्छा कर गुजरने की प्रबल इच्छा पैदा होने लगती है।जीवन को आसां और आनंदमय बनाने के लिए खुशमिजाज व्यक्तियों से मिलें जुलें।

 

55.

घूमने का प्लानिंग करें 

एक सी दिनचर्या और रोज-रोज वही काम,वही बातें,वही ना ख़त्म होने वाली समस्याएँ। माँ भी आखिर की करें। कब तक मन को समझायेंगी ,कब तक अकेले ही मोर्चा संभालें रखेंगी।ऐसे में कहीं बाहर घूमने का प्लान बनाएं।बाहर जाने से न सिर्फ मूड सुधरता है बल्कि अपने दुखों को भूल जाते हैं। जब दूसरी जगह पर जतेह तो वहा के रहन सहन और वहां  की बहुत सी सुंदर जगहों पर विचरण करने से मानसिक स्वास्थ्य भी बेहतर होता है।

 

56.

सर प्राइज पार्टी का आयोजन करें 

जीवन में कभी कभी सरप्राइज पार्टी को भी प्लान करना जरुरी है क्योंकि यह कुछ अलग करने को प्रेरित तो करता ही है बल्कि दिमाग में बसी अनेक प्रोब्लेम्स को भी भूलता है। एक नए सिरे से कैसे पार्टी को डिफरेंट बनना है,इस पर फोकस करना बताता है। जीवन में बदलाव महसूस करने के लिए इस तरह की पार्टी या प्रोग्रम्मेस को करते रहना चाहिए।

 

57.

लाफ्टर क्लब से जोड़ें 

आज की तेज रफ्तार जिंदगी में घरों में आपसी झगड़ें इस कदर बढ़ने लगे हैं कि मुस्कुराने की कोई गुंजाईश नहीं दिखती है।हँसना-हँसाना तो सेहत के लिए कितना इम्पोर्टेन्ट है हम सभी जानते हैं। लाफ्टर क्लब ऐसे में वरदान से कम नहीं हैं।माँ को भी ऐसे क्लब को ज्वाइन करवाइए और उनकी खिलखिलाहट को घर में गूंजते हुए भी सुनिए।

 

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सुरक्षा सम्बंधित उपकरणों की जानकारी दें 

सुरक्षा आज के ज़माने सबसे बड़ी चुनोती है।अच्छी बात यह है कि बहुत से तरीकों से घर को सुरक्षित बनाया जा सकता है जैसे-मुख्य दरवाज़े पर पीप होले का होना,सी सी टी वी,सिक्योरिटी अलार्म, सिक्योरिटी लॉक्स,घर की मैड्स का पुलिस वेरिफिकेशन करवाना आदि का ध्यान करना समय रहते बहुत ही आवश्यक है।

 

59.

घर से बाहर होने पर माँ को सुरक्षित रखें 

ठीक ऐसे ही बाहर होने पर टैक्सी डेटेल्स देना,लाइव लोकेशन को शेयर करना,पुलिस हेल्पलाइन नो याद रखना,अपने पर्स को उँगली में फँसा कर पकड़ना,शॉक इफ़ेक्ट सेफ्टी टोर्च ,पेपर स्प्रे,टेजर गन,एंजेल विंग अलार्म आदि विभिन्न डिवाइसेज़ की जानकारी होना जरुरी है।

 

60.

माँ के बचपन की बातों में रूचि दिखाएँ 

माँ भी कभी एक नन्हीं सी बच्ची थी जो अपने पापा की राजकुमारी थी और ढेरों सपनें संजोयें हुए थी।बस आपको उनके बचपन की बातों के मधुर तार को झेदना है ताकि माँ चहक-चहक कर अपनी पुरानी सुनहरी यादों में खो जाएँ। कैसे उन पलों को जीवंत बनाया जा सकता है इस पर सोचिये और उन्हें एक आसान और सुंदर जिन्दगी का अहसास कराइए।

 

61.

माँ से ही राय लेना 

माँ को आखिर किन बातों से अपनी जिन्दगी आसांन लगती है या लगेगी,इस पर खुल कर उनके विचारों को जानना और उनको असल में उनकी प्यारी सी जिन्दगी में उतरने का लक्ष्य रखना कितना अच्छा आईडिया रहेगाआप माँ के सबसे लाडले बेटे  या बेटी बन कर उनकी जीवन यात्रा को सुखद बना पाते हैं तो यह अपनेआप में कितना सुकून भरा और खूबसूरत अहसास है और माँ को भी यह बेहद अच्छा लगेगा।

 

माँ की जिन्दगी को आसान कैसे बनाएं पर बेहद सरल और उपयोगी सुझाव वो भी पूरे 61 उपाय इस ब्लॉग में बताये हैं। दिल से पढ़िए और अमल लाइए ताकि माँ प्यारी माँ की जिंदगी आसान और सुहानी रहें।COMMENT BOX आपकी राय सुनने की उत्सुकता बनी रहेगी।